बांग्लादेश की घटना से एहसास होना चाहिए कि सीएए कितना जरूरी था : पूर्व डीजीपी एसपी वैद

Update: 2024-08-06 11:44 GMT
जम्मू: पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद कई तरह की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही हैं। इसको लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने कहा कि सीएए की आलोचना करने वालों को बांग्लादेश में चल रहे संकट को देखना चाहिए।
वैद ने कहा, "पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश से सोमवार से बहुत ही विचलित करने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर दिख रही हैं। वहां पर बहुसंख्यक समाज के गुंडों द्वारा अल्पसंख्यक हिंदू समाज के लोगों को टारगेट बनाया जा रहा है। मैं समझता हूं कि सीएए रूल कितने जरूरी थे, जो मोदी सरकार द्वारा बनाया गया। अब देश के विपक्ष को ये एहसास होना चाहिए कि सीएए रूल बनाना कितना जरूरी था।"
बांग्लादेश में चल रही सियासी हलचल पर भारत सरकार लगातार नजर बनाए हुए है। इससे पहले संसद भवन परिसर में सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बांग्लादेश के हालात की जानकारी देते हुए यह आश्वासन भी दिया कि पड़ोसी देश के हालात पर सरकार की पैनी नजर बनी हुई है। बैठक में बांग्लादेश में मौजूद भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भी जानकारी दी गई। बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने इस मसले पर सरकार के साथ खड़े होने का भरोसा दिया।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह जानकारी भी दी कि बांग्लादेश में 20 हजार भारतीय थे, जिसमें से ज्यादातर छात्र थे। सरकार द्वारा एडवाइजरी जारी करने के बाद उसमें से 8 हजार छात्र भारत लौट आए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार बांग्लादेश की सेना के संपर्क में है। वहां स्थिति लगातार बदल रही है और आगे जैसे-जैसे बदलाव होगा, सरकार उसके बारे में फिर से जानकारी देगी।
शेख हसीना के बारे में बैठक में यह बताया गया कि उन्हें थोड़ा समय देना चाहिए और उन्हें स्वयं ही यह फैसला करना है कि वह कहां जाना चाहती हैं।
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने बैठक में बांग्लादेश के राजनीतिक घटनाक्रम में बाहरी हाथ के बारे में सवाल पूछा था जिसके जवाब में बताया गया कि अभी इस बारे में बात करना जल्दबाजी है।
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