नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली के तिलक नगर इलाके का दौरा किया। यहां उन्होंने गैंगस्टर्स की धमकियों से पीड़ित दो व्यापारियों से मुलाकात की। उन्होंने व्यापारियों से गैंगस्टर्स से आ रही फिरौती की कॉल और धमकियों के बारे में जाना और हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया।
इस दौरान केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्लीवालों के लिए सुरक्षा की मांग भी की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल अभी तक 160 फिरौती की कॉल आ चुकी है। दिल्ली की कानून व्यवस्था केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है। गृह मंत्री दिल्ली वासियों को सुरक्षा प्रदान करने का काम करें। एक तरफ व्यापार बंद होने से बेरोजगारी बढ़ रही है और दूसरी तरफ बेरोजगार युवाओं को शूटआउट के काम में लगाया जा रहा है। हमें शूटआउट और फिरौती के पीड़ितों के साथ सहानुभूति रखनी चाहिए, ताकि वो डरे नहीं। हमें दिल्ली से डर का माहौल खत्म करना होगा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तिलक नगर की मार्केट बहुत बिजी है, यहां पर काफी ज्यादा हलचल रहती है। यहां की सिंगला स्वीट्स में कुछ महीने पहले दो बाइक सवारों ने आकर दनादन गोलियां चलानी शुरू कर दी। दुकानदार बता रहे हैं कि उस शूटआउट के दो चार दिन पहले उनके पास फोन आया था और उनसे दो करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। उसके बाद उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट की। इस मामले की एफआईआर हुई और उसके बाद शूटआउट हुआ। शूटआउट के बाद उनके पास दोबारा कॉल आया और बदमाशों ने उनसे कहा कि पैसे नहीं देने के कारण तुम्हें यह अंजाम भुगतना पड़ा। पैसे दे दो, वरना तुम्हारे साथ कुछ भी हो सकता है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यहीं से थोड़ी दूर गाड़ियों का एक शोरूम है। वहां पर एक दिन में 22 राउंड फायरिंग हुई। तीन लोग मोटरसाइकिल पर आए थे और उन्होंने शोरूम पर फायरिंग की। बदमाश एक गैंगस्टर का नाम लिखकर एक नोट छोड़ गए। उसके दो-तीन बाद उनके पास कॉल आई कि पांच करोड़ रुपए दे दो। हम देख रहे हैं कि पूरी दिल्ली में इस तरह की शूटआउट आम बात हो गई है। अभी दो दिन पहले मैं नांगलोई गया था। वहां पर भी एक दुकान के बाहर शूटआउट किया गया। दिल्ली के अंदर बिजनेसमैन डरा हुआ है। वह दहशत में है कि कभी भी उसका नंबर आ सकता है। हम लोगों ने कभी ऐसी दिल्ली नहीं देखी थी। दिल्ली के लोग अमन चैन पसंद हैं, शांति पसंद हैं।
उन्होंने कहा, "मैं बहुत सारे लोगों से मिला हूं, जो अब दिल्ली छोड़कर दूसरे राज्यों में अपना बिजनेस ले जाना चाहते हैं। यह ठीक नहीं है। हमारे बच्चे कहां जाएंगे और दूसरा, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अपना बिजनेस बंद करके जा चुके हैं। बिजनेस बंद होंगे, तो बेरोजगारी फैलेगी। ये गैंगस्टर्स 17-17 साल के बच्चों को शूटर्स की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। गृह मंत्री होने के नाते दिल्ली की कानून-व्यवस्था अमित शाह के अंडर है। हम अमित शाह से सिर्फ यह चाहते हैं कि वो दिल्ली के लोगों को सुरक्षा प्रदान करें। हम किसी किस्म की राजनीति नहीं चाहते हैं, बेसिक चीज चाह रहे हैं कि आपका, जो काम है, वो करिए।"