जायडस कैडिला आज DCGI को सौंप सकती है कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल का डेटा, अगस्त में मंजूरी के आसार

गुजरात स्थित फार्मा कंपनी जायडस कैडिला इस सप्ताह भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल को अपनी वैक्सीन ZyCoV-D की इम्युनोजेनेसिटी और सेफ्टी से संबंधित डाटा प्रदान करने कर सकती है

Update: 2021-07-23 05:31 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गुजरात स्थित फार्मा कंपनी जायडस कैडिला (Zydus Cadila) इस सप्ताह भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल (DCGI) को अपनी वैक्सीन ZyCoV-D की इम्युनोजेनेसिटी और सेफ्टी से संबंधित डाटा प्रदान करने कर सकती है. जायडस की तीन डोज वाली वैक्सीन को कोविड के सिम्टम्स वाले मामलों के खिलाफ 66.6 प्रतिशत और मध्यम संक्रमण के खिलाफ 100 प्रतिशत इफेक्टिव बताया गया है. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि वैज्ञानिक आंकड़ों के आधार पर 12 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए इस वैक्सीन पर विचार किया जा रहा है.

जायडस कैडिला कंपनी ने अपने फेज दो और तीन ट्रायल में सामने आए सुरक्षा और सहनशीलता पर परिणाम प्रस्तुत किए, जिसमें 1,000 किशोर शामिल थे. वहीं, मालूम हो कि भारत बायोटेक की कोवैक्सिन का ट्रायल छह से बारह साल के बच्चों के लिए भी किया जा रहा है. बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन का ट्रायल भारत में कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर से पहले किया जा रहा है. एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि बच्चों के लिए वैक्सीन सितंबर में उपलब्ध होने की संभावना है.

प्रति माह एक करोड़ डोज का होगा निर्माण
Zydus ने पहले भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल के समक्ष दो-डोज रेजीमेन (3 मिलीग्राम डोज का उपयोग करके) ट्रायल का इम्युनोजेनेसिटी डेटा प्रस्तुत किया था, जो तीन-डोज वाले रेजीमेन के साथ 'समान इम्युनोजेनेसिटी' को दर्शाता है. अगर Zydus को DCGI से मंजूरी मिल जाती है, तो ZyCov-D भारत में इस्तेमाल के लिए अप्रूव होने वाली पांचवीं वैक्सीन बन जाएगी. भारत पहले ही मॉडर्ना, एस्ट्राजेनेका और पार्टनर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और रूस के गामालेया इंस्टीट्यूट की वैक्सीन को मंजूरी दे चुका है.

जायडस कैडिला (Zydus Cadila) की वैक्सीन का 12-18 साल से उम्र के बच्चों पर क्लीनिकल ट्रायल (Clinical Trial) पूरा हो चुका है और यह जल्द ही उपलब्ध हो सकती है. जायडस ग्रुप के प्रबंध निदेशक डॉ शरविल पटेल ने कहा था कि कंपनी नियामकों से मंजूरी मिलने पर वैक्सीन की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि वह शुरुआत में प्रति माह एक करोड़ डोज का निर्माण करेंगे और आने वाले महीनों में उत्पादन में तेजी लाएंगे. अगर वैक्सीन को मंजूरी मिल जाती है, तो ZyCov-D भारत में आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्राप्त करने वाला कोरोनावायरस के खिलाफ पांचवां टीका होगा.


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