हुस्न के जाल में फंसकर हनी ट्रैप का शिकार, युवक ने खत्म की जिंदगी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर की पुष्टि हुई है।
बरेली: बरेली में सीबीगंज के एक युवक ने हनी ट्रैप गैंग के चंगुल में फंसकर जहर खाकर जान दे दी। एक महीने पहले ही युवक की शादी हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर की पुष्टि हुई है। पुलिस का कहना है कि शिकायत मिलने पर मामले की जांच कराई जाएगी। हालांकि परिजन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। 22 वर्षीय मृतक सीबीगंज के एक गांव में रहता था। ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि करीब डेढ़ महीने पहले युवक के मोबाइल पर एक अनजान युवती की वीडियो कॉल आई थी।
बताया गया कि युवती ने उसे बातों में फंसाकर निवस्त्रत्त् कर दिया और उसकी अश्लील वीडियो बना ली फिर उससे पांच लाख की मांग करने लगी। युवक ने जब रुपये देने से मना किया तो उसके व्हाट्सएप नंबर पर अश्लील वीडियो भेजकर धमकाने लगी। इसके बाद से युवक परेशान रहने लगा। पिछले कुछ दिनों से उसे धमकी दी जा रही थी कि यदि उसने रुपये नहीं दिए तो मुकदमा दर्ज करा दिया जाएगा। इससे तंग आकर सोमवार सुबह युवक ने जहर खा लिया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सीबीगंज इंस्पेक्टर ने कहा कि शिकायत आती है तो मामले की जांच कराई जाएगी।
सीबीगंज में यदि पीड़ित परिवार पुलिस से शिकायत करता है तो मृतक युवक के मोबाइल से ही हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश हो सकता है। हालांकि भोजीपुरा पुलिस ने ही मृतक का पोस्टमार्टम कराया है लेकिन शिकायत नहीं मिलने के कारण फिलहाल छानबीन शुरू नहीं की गई है। मालूम हो कि बरेली में 2023 और 2024 में बारादरी, किला, सीबीगंज, सुभाषनगर, बिथरी और इज्जतनगर थाने में 20 से अधिक मुकदमे हनी ट्रैप गैंग के दर्ज हुए हैं। इनमें पुलिस ने कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई।
यही वजह है कि गैंग के सदस्य रात होते ही वीडियो कॉल करके लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं। जो रुपए नहीं देते हैं, उसके खिलाफ पुलिस से शिकायत कर दी जाती है। बाद में लेनदेन करके समझौता कर लिया जाता है। सीबीगंज के युवक की तरह ही कुछ दिन पहले सुभाषनगर में एक आयुर्वेद चिकित्सक ने भी गैंग से परेशान होकर जान दे दी थी।
हनीट्रैप गैंग ने रुपए न मिलने पर कई वीडियो भी वायरल किए थे, जो चर्चा में रहे। एक वीडियो सिंचाई विभाग के जेई को निर्वस्त्रत्त् करके पीटते हुए वायरल हुआ था। एक रोडवेज कर्मचारी का भी वीडियो वायरल हुआ था। कुछ दिन पहले ही किला पुलिस ने हनी ट्रैप मामले में फंसे एक फैक्ट्री मालिक की जान बचाई थी। अगर पुलिस उसकी बात को गंभीरता से नहीं लेती तो वह आत्महत्या कर लेता। उससे सात लाख रुपए मांगे गए थे। पुलिस ने कारोबारी से तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज किया था।