युवक ने ग्लैडर मशीन से खुद का काटा गला, हुई दर्दनाक मौत

जानिए क्या है वजह

Update: 2023-05-11 15:04 GMT
वाराणसी। चितईपुर थाना अंतर्गत पाल बस्ती में गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली घटना से लोग स्तब्ध हैं। दरअसल पाल बस्ती में रहने वाले एक युवक ने ग्लैडर मशीन से खुद का ही गला काटकर अपनी जान दे दी। सूचना के बाद फील्ड यूनिट और चितईपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। घटना से परिजनों ,समेत पूरे क्षेत्र में लोग स्तब्ध हैं। जानकारी के अनुसार, पेशे से इंजीनियर विशाल पाल बेंगलोर स्थित एक कंपनी में पत्थर जांचने का काम करता था। दो साल पूर्व नौकरी छोड़कर पीएचडी की तैयारी करने के लिए बनारस आ गया था। तभी से ही वह तनाव में रहता था। गुरुवार सुबह वो बाजार से सब्जी लेकर घर लौटा।
ग्राउंड फ्लोर में स्थित कमरे में कोई नहीं था। तभी सोफे पर बैठकर गले पर ग्लैडर मशीन चला लिया। घर में प्लाई का काम चल रहा था। इस कारण किसी को भनक नहीं लगी। जब घर के लोगों ने चाय पीने के लिए आवाज लगाई तब विशाल ने कोई जवाब नहीं दिया। ऊपर के तल से नीचे पहुंचे परिवार के लोगों ने नजारा देखा तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। परिजनों की चीखपुकार सुनकर आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मौके पर ही फॉरेसिंक टीम को भी बुलाया गया। विशाल दो भाई और एक बहन में सबसे छोटा था। बड़ा भाई लोको पायलट है। बहन की शादी हो चुकी है। पिता बीएचयू से रिटायर हो चुके हैं। पुलिस जांच में जुटी है कि विशाल ने इतना आत्मघाती कदम क्यों उठाया।
जब घर के लोगों ने चाय पीने के लिए आवाज लगाई तब विशाल ने कोई जवाब नहीं दिया. ऊपर के तल से नीचे पहुंचे परिवार के लोगों ने नजारा देखा तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई. सोफे पर खून ही खून था और विशाल औंधे मुंह गिरा हुआ था. उसका गला कटा था. पास में ही ग्लैडर मशीन चालू हालत में था. परिजनों की चीखपुकार सुनकर पास-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. साक्ष्य संकलन के लिए फॉरेसिंक टीम को भी बुलाया गया. युवक के पिता विजय नाथ ने बताया कि उनके बेटे का डिप्रेशन का इलाज चल रहा था. दवा से वह पूरी तरह से ठीक भी हो गया था. आज सुबह रोज की तरह रनिंग करने के बाद घर वापस आया था. घर का सामान लेने बाजार गया था. उन्होंने आगे बताया कि विशाल ने BHU से M.SC किया था और पढ़ाई करके 2020 में उसकी छत्तीसगढ़ में इंजीनियरिंग में जॉब लग गई थी. लेकिन वह नौकरी छोड़कर फिर से वाराणसी आ गया था और PhD की तैयारी कर रहा था. विशाल दो भाई और एक बहन में सबसे छोटा था. बड़ा भाई लोको पायलट है. बहन की शादी हो चुकी है. पिता बीएचयू से रिटायर हो चुके हैं. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना से कॉलोनी के लोग भी मर्माहत हैं. चितईपुर SHO का कहना है कि मामला डिप्रेशन में सुसाइड करने का लग रहा है. जांच की जा रही है, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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