वोट डालने के लिए घंटों लाइन में नहीं होना पड़ेगा खड़ा, जानिए क्या है खास प्लान
चंडीगढ़। देश में पहली बार मतदाताओं की सुविधा के लिए हरियाणा ने क्यू मैनेजमेंट मोबाइल एप्लीकेशन बनाई है, जिससे वोटर को वोट डालने के लिए अपनी बारी का पता लग सकेगा और उसे लाइन में खड़े रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस उपलब्धि के लिए भारत के निवार्चन आयोग ने हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की सराहना की है। भारत निर्वाचन आयोग के उप निवार्चन आयुक्त हिरदेश कुमार आयोग के प्रतिनिधिमंडल के साथ वीरवार को चंडीगढ़ में आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर हरियाणा, पंजाब व केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों तथा उपायुक्त-सह-जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान मतदाता सूचियों के संशोधन बारे भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि देश में पहली बार मतदाताओं की सुविधा के लिए हरियाणा ने क्यू मैनेजमेंट मोबाइल एप्लीकेशन बनाई है, जिससे वोटर को वोट डालने के लिए अपनी बारी का पता लग सकेगा और उसे लाइन में खड़े रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
हिरदेश कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने पहली बार 17 साल की आयु में ही युवाओं को मतदाता बनने का अवसर दिया है। पहले किसी भी वर्ष की एक जनवरी को या उससे पहले 18 वर्ष के होने वाले युवा ही मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने के पात्र होते थे। लेकिन अब किसी भी वर्ष की एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई तथा एक अक्टूबर को 18 साल की उम्र होने पर युवा स्वयं को मतदाता के रूप में पंजीकरण करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में मतदाता सूचियों के संशोधन के दौरान कोई भी नागरिक जो 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर, 2023 तक 18 वर्ष के हो रहे हैं, वे मतदाता के रूप में अपना पंजीकरण अवश्य करवाएं। इस बैठक में हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि हरियाणा में 1,95,48,846 मतदाता हैं, जिनमें 1,04,16,965 पुरूष, 91,31,447 और 434 ट्रांसजेंडर शामिल हैं। राज्य में 19863 मतदान केंद्र हैं, जिनमें 5917 शहरों में तथा 13,946 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। सभी मतदान केंद्र भू-तल ग्राउंड फ्लोर पर ही बनाये गए हैं, ताकि दिव्यांग मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। एक मतदान केंद्र में मतदाताओं की औसतन संख्या 984 है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में मतदाता पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है और गुरुग्राम व फरीदाबाद जैसे बड़े शहरों में ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकृत करने के लिए विशेष अभियान भी चलाए जा रहे हैं।