वाह ये सिस्टम! मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रही एनआरआई महिला, 9 लाख हुए खर्च
ग्वालियर: मध्यप्रदेश के ग्वालियर से लापरवाही और लेटलतीफी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक दंपति मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए 1 साल से दफ्तरों के चक्कर काट रहा है. इतना ही नहीं सर्टिफिकेट बनवाने के लिए वह 8 से 9 लाख रुपये खर्च भी कर चुका है. लेकिन उसका मैरिज सर्टिफिकेट नहीं बन पाया है.
दरअसल, कनाडा की रहने वाली अनुप्रीत कौर ने भिंड जिले के गोहद में रहने वाले नवजोत सिंह रंधावा से शादी की थी. दोनों की शादी ग्वालियर के गुरुद्वारे में डेढ़ साल पहले हुई थी. लेकिन तब से वह मैरिज सर्टिफिकेट के लिए ग्वालियर कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रही है. इस दौरान 3 एडीएम बदल चुके हैं. लेकिन मैरिज सर्टिफिकेट आज तक नहीं बना.
मैरिज सर्टिफिकेट के लिए पैसे मांग रहे अफसर- अनुप्रीत
अनुप्रीत की 4 महीने की बेटी भी है. अनुप्रीत का आरोप है कि उसके पास सारे कागज कंपलीट हैं. फिर भी कलेक्ट्रेट के दफ्तर में तैनात अफसर मैरिज सर्टिफिकेट बनाने के लिए पैसे मांग रहे हैं. नवजोत सिंह रंधावा की पत्नी अनुप्रीत कौर बराड़ कनाडा की नागरिक हैं. उन्होंने दिसंबर 2020 में ग्वालियर कलेक्ट्रेट में मैरिज शाखा में शादी रजिस्टर्ड कराने और मैरिज सर्टिफिकेट लेने के लिए आवेदन कर दिया था. लेकिन यहां के कर्मचारी उन्हें चक्कर लगवा रहे हैं.
शादी के बाद भी पति के साथ नहीं रह पा रहीं अनुप्रीत
अनुप्रीत ग्वालियर कलेक्ट्रेट से मैरिज सर्टिफिकेट नहीं मिलने के कारण अपने पति का स्पाउस वीजा नहीं बनवा पा रही हैं. ऐसे में उनके पति उनके साथ कनाडा नहीं जा पा रहे हैं. अनुप्रीत का कहना है कि वे तीन बार कनाडा से ग्वालियर सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आईं. लेकिन हर बार अलग अलग दस्तावेज की मांग कर उनका सर्टिफिकेट लटका दिया गया. उनका आरोप है कि उनसे बाबू ने मैरिज सर्टिफिकेट के लिए 10 हजार रुपए मांगे थे. लेकिन उन्होंने नहीं दिए. उन्होंने कहा, अब तक वे मैरिज सर्टिफिकेट के लिए 9 लाख रुपए खर्च कर चुकी हैं.
रूस में हुई थी मुलाकात
नवजोत सिंह रंधावा (26) शेफ हैं. इससे पहले वह रूस के एक बड़े होटल में शेफ हुआ करते थे. यहां उनकी मुलाकात अपनी एक रिश्तेदार के जरिए भारतीय मूल की कनाडाई महिला अनुप्रीत कौर (40) से हुई थी. सोशल मीडिया पर दोनों की दोस्ती हुई. अनुप्रीत बीते 20 साल से कनाडा में अपनी नानी के साथ रह रही हैं. दोनों ने 2020 में ग्वालियर में गुरुद्वारा में अरेंज मैरिज की. तभी से दोनों मैरिज सर्टिफिकेट के लिए दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं.
अनुप्रीत मंगलवार को फिर ग्वालियर कलेक्ट्रेट पहुंचीं. जब उन्हें मैरिज सर्टिफिकेट नहीं मिला, तो वे फूट फूट कर रोने लगीं. अब कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा, एनआरआई दंपती की शिकायत को मैंने संज्ञान में लिया है. कनाडा हाई कमीशन से महिला से संबंधित एनओसी मांगी गई है। उस एनओसी के नहीं आने की वजह से उनकी मैरिज रजिस्टर्ड नहीं बन पा रहा है. मैं व्यक्तिगत तौर पर कनाडा हाई कमिशन से एनओसी भिजवाने के लिए बात करूंगा. साथ ही 2 दिन में इनकी परेशानी का निराकरण कर देंगे.