अरे गजब! चोरी के पैसों से कराया भंडारा, 900 KM तक पीछा...तीन पुलिस के हत्थे चढ़े
पुलिस की पूछताछ जारी.
अजमेर: राजस्थान के अजमेर में चोरी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां चोरों ने वारदात को अंजाम देने से पहले मंदिर में जाकर मन्नत मांगी और चोरी सफल होने पर एक लाख रुपये चढ़ाने का संकल्प लिया. वारदात के चार दिन बाद उन्होंने मंदिर में रुपये चढ़ाए और 50 हजार रुपये की प्रसादी भी बांटी. हालांकि, पुलिस ने तकनीकी निगरानी और 900 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के अनुसार, अजमेर के रहने वाले कन्हैया लाल उर्फ काना, महेंद्र और हनुमान रेगर ने मिलकर अजमेर की पुरानी मंडी स्थित एक दुकान में चोरी की वारदात को अंजाम दिया. दुकान के गल्ले में रखी 12 लाख रुपये की नकदी लेकर वे फरार हो गए थे. वारदात से पहले मुख्य आरोपी हनुमान रेगर ने भीलवाड़ा के एक मंदिर में जाकर प्रार्थना की थी कि अगर चोरी में अच्छा पैसा हाथ लगेगा तो वह मंदिर में एक लाख रुपये चढ़ाएगा और भंडारा करेगा.
चोरी में बड़ी रकम हाथ लगने के बाद हनुमान रेगर ने मंदिर जाकर एक लाख रुपये चढ़ाए और 50 हजार रुपये खर्च कर भंडारा कराया. इसके बाद तीनों आरोपी भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया.
इस पूरे मामले को लेकर सीओ रुद्रप्रकाश ने बताया कि पुलिस टीम ने आरोपियों की तलाश में 900 किलोमीटर तक पीछा किया और करीब 200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले. आखिरकार पुलिस को सफलता मिली और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि चोरी के 12 लाख रुपये में से सबसे ज्यादा हिस्सा हनुमान रेगर (7 लाख रुपये) को मिला, महेंद्र को 4 लाख रुपये और कन्हैया लाल को 1 लाख रुपये मिले. पुलिस ने इनके पास से बची हुई 4 लाख रुपये की नकदी और वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद कर ली है. फिलहाल तीनों आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं और उनसे पूछताछ जारी है.