तिरुवनंतपुरम. केरल में कोरोना (Corona In Kerala) के बढ़ते मामलो के बीच केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया है कि स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए राज्य के सात जिलों पर खास फोकस है. इन जिलों में से पांच में ओणम के दौरान 25 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में 20% से अधिक टेस्ट पॉजिटिविटी रेट पाई गई. दो अन्य जिलों में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट कम थी, लेकिन पिछले दो दिनों के दौरान सबसे अधिक नए मामले और मौतें दर्ज की गईं. केंद्रीय गृह सचिव ने उच्च संक्रमण वाले केरल के इन क्षेत्रों में रात का कर्फ्यू लगाने के लिए कहा है.
मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय ने त्रिशूर, कोझिकोड, वायनाड, पल्लक्कड़ और मल्लापुरम में 19-25 अगस्त के दौरान 20.5 से 23% के बीच टेस्ट पॉजिटिविटी रेट पाई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया 16 अगस्त को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से मिले और सावधानी बरतने के लिए कहा था. बता दें कि राज्य में पिछले दो दिनों से लगातार 30,000 से अधिक मामले आए और 26 अगस्त को टेस्ट पॉजिटिविटी रेट लगभग 18% थी.
एर्नाकुलम जिले में 25 और 26 अगस्त को सबसे अधिक 7,920 मामले दर्ज किए गए हैं. इन्हीं दो दिनों के दौरान हाई टेस्ट पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों- कोझिकोड में 7,141, त्रिशूर में 7,022, मल्लापुरम में 6,487 और पल्लकड़ में 4,823 मामले दर्ज किए गए हैं. कन्नूर सातवां जिला है, जहां केंद्र का फोकस है. पिछले दो दिनों में यहां 90 से अधिक लोगों की मौतें हुईं. राज्य के आंकड़ों के अनुसार, पिछले दो दिनों में सबसे ज्यादा मौतें पलक्कड़ (62), त्रिशूर (53) और कोझिकोड (41) में हुई.
राज्य के हेल्थ बुलेटिन से यह भी पता चलता है कि लगभग 2,800 मरीज गंभीर हालत में भर्ती हैं, जिनमें 2,131 आईसीयू में भर्ती हैं और 757 वेंटिलेटर पर हैं. यह केंद्र के लिए चिंताजनक है, क्योंकि 26 अगस्त को केरल में 162 और 25 अगस्त को 215 लोगों की मौत हुई थीं. राज्य में अब तक कुल 19,972 मौतें हो चुकी हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि जब केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने पिछले सप्ताह केरल का दौरा किया था, तब हालात नियंत्रित करने के लिए चार सूत्रीय फॉर्मूला दिया. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा- 'राज्य को टेस्टिंग और कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने के लिए कहा गया. साथ ही होम आइसोलेशन के रोगियों की बेहतर निगरानी की सलाह दी गई, क्योंकि 80% लोग होम आइसोलेशन में हैं. त्योहारों में कोविड प्रोटोकॉल के पालन और सामूहिक समारोहों से बचने की सलाह दी गई थी. इसके साथ ही केरल को टीकाकरण में भी तेजी लाने के लिए कहा गया था.'