Pandoh Dam से सिल्ट निकालने का काम जारी, पांचवें दिन भी डैहर पावर हाउस ठप
Pandoh. पंडोह। पंडोह डैम स्थल पर सोमवार को भी बग्गी टनल साईट की सिल्ट हटाने का कार्य निरंतर चला हुआ है। लारजी डैम से पानी के साथ सिल्ट आने का खतरा भी कर्मचारियों को परेशान कर रहा है। जिस कारण सोमवार को भी बग्गी टनल में पानी नहीं छोड़ा जा सका और इस वजह से डैहर पावार हाउस में उत्पादन अभी भी ठप्प पड़ा हुआ है। पांच दिनों से 990 मैगाबाट की परियोजना बंद होने से अब तक 30 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। ऐसे हालात रहे तो अगले एक सप्ताह में भी डैहर पावर में विद्युत उत्पादन संभव नहीं है। जबकि अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को विद्युत उत्पादन पुन: शुरू हो जाएगा। उधर पंडोह डैम के अधिकारियों पर डैम सेफ्टी एक्ट 2021 की अनियमिताओं की तलवार भी लटक रही है।
जिसमें कभी भी एफआईआर दर्ज हो सकती है। यह सच है कि बीबीएमबी के इन अधिकारियों की लापरवाही के कारण गत वर्ष पंडोह बाजार में तबाही हुई थी। लोग बेघर हुए हैं। सेफ्टी मानकों के विपरित कार्य किया गया है। इस वर्ष भी एक अगस्त को अनावश्यक पानी ब्यास में छोडऩे से लोग दहशत में आ गए थे। यदि 2 गेट जाम ना होते तो डैम से 1.20 लाख नहीं बल्कि 2 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा जा सकता था। ऐसे में फि र से पड़ोह बाजार के साथ मंडी शहर भी ख़तरे में आ जाता। बीबीएमबी के अधिकारी अर्ली वार्निंग हूटर सिस्टम लगवाने की वाह वाही लुट रहे थे। जबकि ये हूटर लगाने डैम सेफ्टी एक्ट में बीबीएमबी की जिम्मेदारी है। एक तरफ़ सरकार बीबीएमबी अधिकारियों पर मामले बनाने को आतुर है तो दूसरी ओर पंडोह के व्यवसायी भी बीबीएमबी की लापरवाही के खिलाफ हिमाचल हाई कोर्ट पहुंच चुके हैं। आने वाला समय बीबीएमबी के लिए परेशानियों भर होने वाला है। स्थानीय लोगों व प्रेस क्लब पंडोह ने बीबीएमबी अधिकारियों को फोन रिसीव ना करने के आरोप लगाते हुए कहा कि ये अधिकारी आम जनता को सही जानकारी नहीं देते हैं। लोगों में कई तरह की भ्रांतियां जन्म लेती हैं।