Uttarakhand से हिमाचल को जोडऩे वाले यमुना ब्रिज पर कार्य तेज

Update: 2024-07-15 12:20 GMT
Paonta Sahib. पांवटा साहिब। देहरादून-पांवटा साहिब-चंडीगढ़ एनएच का कार्य रफ्तार पकडऩे लगा है। बल्लूपुर-पांवटा सडक़ परियोजना का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस सडक़ परियोजना के लिए केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 1594.33 करोड़ रुपए की वित्तीय मंजूरी दी है। जिसके बाद विभाग द्वारा इस सडक़ को बनाने के लिए 24 घंटे काम किया जा रहा है। परियोजना के तहत पैकेज टू का काम फरवरी में शुरू हो चुका है। इसके तहत बल्लूपुर से मेदनीपुर तक फोरलेन हाई-वे बनाया जा रहा है। इस कड़ी में उत्तराखंड को हिमाचल से जोडऩे वाले पांवटा साहिब के यमुना ब्रिज का काम भी जोरों से चला हुआ है। 2025 तक यह ब्रिज बनकर तैयार हो सकता है। इस परियोजना के पूरा होने से न सिर्फ उत्तराखंड, बल्कि हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ से आने जाने वालों को भी फायदा होगा। मार्ग के बनने से दून-पांवटा की दूरी पांच से सात किलोमीटर तक कम हो जाएगी। इससे मार्ग पर चलने वालों के समय और ईंधन की बचत होगी। प्रोजेक्ट के तहत भीड़भाड़ वाले शहर पांवटा साहिब, हरबर्टपुर, सहसपुर, सेलाकुई और सुद्धोवाला को बाइपास करते हुए करीब 22 किमी लंबाई का
ग्रीन फील्ड तैयार किया जा रहा है।
इस हिस्से में काम शुरू कर दिया गया है। ग्रीन फील्ड रोड पर सफर करते हुए लोग करीब पौने दो घंटे की दूरी को महज 35 मिनट में पूरा कर पाएंगे। परियोजना के तहत उत्तराखंड और हिमाचल के कुल 25 गांवों के किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है। जमीन के बदले किसानों को कुल 588.33 करोड़ रुपए मुआवजे के भुगतान की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हिमाचल के चार गांवों की जमीन अधिग्रहित की गई है, जबकि उत्तराखंड के 21 गांवों के किसानों की 127 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है। उत्तराखंड वाले हिस्से के लिए पर्यावरणीय स्वीकृतियां मिल चुकी हैं, एनएच पर पांवटा साहिब को जोडऩे वाले उत्तराखंड क्षेत्र के कुल्हाल-देहरादून फोरलेन बनाने का कार्य प्रगति पर चला हुआ है। इस एनएच पर अब हिमाचल से होकर गुजरने वाला 57 किलोमीटर का हिस्सा अभी डबल लेन है जिसको फोरलेन बनाए जाने को लेकर टेक्निकल टैंडर किए जा चुके हैं। अभी जिले में चार नेशनल हाई-वे हैं जिनकी दूरी 262 किलोमीटर है। इस एनएच के अलावा जिले में 78 किलोमीटर लंबा नाहन-कुम्हारहट्टट्टी एनएच-907ए और सात किलोमीटर लालढांक-बाता चौक एनएच-907 है। इसके अलावा पांवटा-शिलाई एनएच-707 का निर्माण कार्य प्रगति पर है। एनएच के अधिशाषी अभियंता ने बताया कि एनएच को फोरलेन बनाने के लिए कंसलटेंसी टैंडर किए जा चुके हैं। यह टैंडर मध्य प्रदेश के भोपाल की एक कंपनी के नाम हुए हैं। इसका टेक्निकल सर्वे पूरा होने के बाद डीपीआर बनेगी।
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