महिला एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट: भारतीय टीम ने ब्रॉन्ज मेडल पर किया कब्जा, चीन को हराया
पढ़े पूरी खबर
नई दिल्ली: महिला एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमा लिया है. भारतीय टीम ने तीसरे और चौथे स्थान के लिए हुए मुकाबले में चीन को 2-0 से मात दी और कांस्य पदक जीत लिया.
टोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान सहित 2020 में सफलता हासिल करने के बाद भारतीय टीम को कोरोना के कारण ज्यादा मैच खेलकर प्रैक्टिस करने का मौका नहीं मिला. यही कारण रहा कि भारतीय महिला टीम अपने अहम मुकाबलों में प्रदर्शन में निरंतरता नहीं ला पाई. अब एशिया कप में टीम को ब्रॉन्ज से संतोष करना पड़ा.
चीन के खिलाफ मैच में भारतीय टीम शुरुआत से ही हावी रही है. टीम के लिए पहला गोल 13वें मिनट में ही आ गया था. यह गोल शर्मिला देवी ने पेनल्टी कॉर्नर से दागा. इसके बाद चीन की टीम संभल भी नहीं पाई थी कि 19वें मिनट में भारतीय टीम ने दूसरा गोल दाग दिया. इस बार भी पेनल्टी कॉर्नर से गोल आया, जो गुरजीत कौर ने दागा. यहां से पूरे मैच में ही भारतीय टीम ने यह लीड बनाए रखी और मैच जीत लिया.
टूर्नामेंट के पहले मैच में मलेशिया को 9-0 से हराने के बाद भारत को एशियाई खेलों के चैम्पियन जापान के खिलाफ 0-2 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी. टीम इंडिया ने सिंगापुर को 9-1 से हराकर सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई किया, लेकिन खराब रक्षण और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने में नाकामी के कारण भारत को सेमीफाइनल में कोरिया के खिलाफ 2-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी.
वर्ल्ड रैंकिंग और हाल के समय के एक दूसरे के खिलाफ रिकॉर्ड पर नजर डालें तो भारतीय टीम चीन पर पहले ही भारी नजर आ रही थी. टीम इंडिया की वर्ल्ड रैंकिंग 10 है, जबकि चीन की 13वीं है. भारतीय टीम ने अब तक चीन को 4 में से तीन मैच में हराया है. एक मैच बगैर गोल के ड्रॉ पर छूटा था.
इस मैच से पहले पिछले तीन मुकाबले में चीन को टीम इंडिया ने पहले कोरिया के डोंगहेई में 2018 एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी मुकाबले में 3-1, जबकि पिछले एशियाई खेलों में 1-0 से हराया था. दोनों टीम ने 2019 में टोक्यो ओलंपिक परीक्षण प्रतियोगिता में गोल रहित ड्रॉ खेला।