सूर्यास्त के बाद पुलिस स्टेशन में महिला: पूछताछ के लिए महिला को बुलाया गया था थाने, अब हुआ ये एक्शन

देर रात तक थाने में रखा और उन्हें धमकाया...

Update: 2021-02-02 10:00 GMT

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अमरावती. महाराष्ट्र राज्य मानव अधिकार आयोग (SHRC) ने अमरावती के पूर्व पुलिस कमिश्नर और वर्तमान नागपुर कमिश्नर अमितेश कुमार (Amitesh Kumar) पर एक महिला को पूछताछ करने के लिए देर रात थाने बुलाने पर एक लाख रुपये का जुर्माना (Fine) किया है जबकि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का आदेश है कि किसी भी महिला को सूर्यास्त के पश्चात पुलिस स्टेशन न बुलाया जाए.

21 मार्च, 2011 में हुए एक मामले में कंचनमाला गावंडे (Kanchanmala Gawande) के पति की गिरफ्तारी के बाद अमरावती पुलिस ने कंचनमाला और उनकी दो बेटियों को पुलिस स्टेशन बुलाया और देर रात तक थाने में रखा और उन्हें धमकाया.
इस मामले में कंचनमाला गावंडे ने राज्य मानव अधिकार आयोग में तत्कालीन पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार (वर्तमान पुलिस कमिश्नर नागपुर ) और शहर कोतवाली पुलिस स्टेशन के निरीक्षक शिवजी बचते के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. राज्य मानव अधिकार आयोग ने पुलिस पर एक लाख रुपये का फाइन किया है.
कंचनमाला ने कहा, 'मैं लगभग ग्यारह साल तक इंतज़ार करती रही और अब जाकर न्याय मिला है. मैं अपने पति के बारे में पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए तैयार थी लेकिन वह लोग मुझे जाने देने के लिए तैयार नहीं थे. मैं देर रात तक अपनी बेटियों के साथ इंतज़ार करती रही. क्या यह ठीक था?' कंचनमाला गावंडे को अमरावती पुलिस कमिश्नरी से एक लाख का चेक मिला है. यह पुलिस विभाग के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
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