अपना काम जारी रखूंगी...पूर्व सीएम को हराने वाले विधायक की मां बोलीं

सफाईकर्मी की नौकरी छोड़ेंने को तैयार नहीं हैं.

Update: 2022-03-13 10:36 GMT

नई दिल्ली: पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab) में भले ही आप उम्मीदवार लाभ सिंह उगोके ने निवर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) को हरा दिया हो लेकिन उनकी मां सफाईकर्मी की नौकरी छोड़ेंने को तैयार नहीं हैं. लाभ सिंह की मां बलदेव कौर एक सरकारी स्कूल में संविदा सफाई कर्मचारी हैं. बलदेव ने उस वक्त सभी को हैरान कर दिया जब वो शुक्रवार को झाड़ू लेकर ड्यूटी के लिए पहुंच गईं. एक दिन पहले ही उनके बेटे ने कांग्रेस (Congress) के सीएम उम्मीदवार को 37,558 के बड़े अंतर से हराया था.

बलदेव कौर ने कहा, 'उन सभी ने सोचा कि मैं अपने बेटे की जीत के कम से कम एक दिन बाद काम पर नहीं आऊंगी. लेकिन मैंने साफ कर दिया कि मेरा बेटा विधायक बना है, मैं नहीं. मैं अभी भी एक संविदा सफाई कर्मचारी हूं. मुझे अपनी नौकरी क्यों छोड़नी चाहिए?' उन्होंने यह भी कहा कि भदौर निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को उनके बेटे से बहुत उम्मीदें हैं और वह स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में विकास की शुरुआत करने में अच्छा काम करेंगे. मोबाइल रिपेयर की दुकान चलाने वाले उगोके ने चन्नी को 37 हजार वोटों के अंतर से हराकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तारीफ की है.
वह पिछले 22 वर्षों से बरनाला जिले के अपने पैतृक गांव उगोके में स्कूल में काम कर रही हैं. वह अपनी सर्विस को रेगुलर नहीं करने को लेकर सरकार से नाराज हैं. उन्होंने कहा कि नियमित करने के लिए मेरे मामले को बार-बार आगे बढ़ाया गया, लेकिन इसे हर बार खारिज कर दिया गया.
बलदेव अब 50 साल से अधिक की हो चुकी हैं. उनका कहना है कि उन्होंने अपने विधायक बेटे से साफ तौर पर कहा है कि वह अपनी नौकरी नहीं छोड़ेगी. उन्होंने कहा, "मैं जो कर रहीं हूं, उस पर मुझे गर्व है. मेरी नौकरी ही उस दौरान आय का अहम स्रोत रही है, जब हमारा परिवार अपना गुजारा करने के लिए संघर्ष कर रहा था.
साथ ही अपने बेटे पर गर्व महसूस करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि चन्नी जैसे मजबूत उम्मीदवार के खिलाफ खड़े होने के बावजूद उनके बेटे को शुरू से ही जीत का भरोसा था. कौर ने कहा, 'हालांकि लाभ सिंह मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ थे, लेकिन उनका जोश पहले दिन से ही ऊंचा था और उन्हें जीत का भरोसा था.'बलदेव कौर का घर उनके परिवार की विनम्रता को दर्शाता है. लाभ सिंह सीएम चन्नी के खिलाफ 'असली बनाम नकली गरीब' का चुनावी मुद्दा बनाने में सफल रहे. बलदेव कौर के पति दर्शन सिंह जीवन भर मजदूर रहे, लेकिन हाल ही में एक आंख की सर्जरी के बाद उन्होंने काम करना बंद कर दिया.
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