धर्म छिपाकर विधवा से दुष्कर्म, ब्लैकमेल कर लाखों की रकम और जूलरी ऐंठी
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मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी विधवा शालू (40) (बदला नाम) के साथ उसके किराएदार के पास आने वाले दानिश राणा उर्फ दिनेश राणा उर्फ इनाम अली ने धर्म छिपाकर दुष्कर्म किया। इसके बाद ब्लैकमेल कर मोटी रकम और जूलरी ऐेंठ ली। बाद में धोखे से दानिश से महिला का निकाह पढ़वा दिया गया। उसे जबरन प्रतिबंधित मांस भी खिलाया गया। कुछ दिन बाद मारपीट कर उसे घर से जाने को कहा गया। छानबीन के बाद पुलिस ने शुक्रवार को दुष्कर्म, धोखाधड़ी, मारपीट, आपराधिक षड्यंत्र और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस के मुताबिक, फिलहाल दानिश के बुराड़ी इलाके के मकान में ही रह रही शालू की ससुराल छत्तीसगढ़ में है। शालू ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2005 से उसकी ससुराल के मकान में 2005 से कैसर नाम का व्यक्ति किराएदार था। सर्दियों में कंबल बेचने का काम करने वाले कैसर के साथ कई अन्य लोग भी रहते थे। फरवरी 2017 में शालू के पति की मौत हो गई। उसकी मुलाकात कैसर के साथ ही रहने वाले दानिश राणा उर्फ दिनेश राणा उर्फ इनाम से हुई। वह खुद को दिनेश राणा बताता था। आरोप है कि दिसंबर 2019 में शालू बाथरूम में थी तो उसने अश्लील फोटो खींच ली। इसके बाद वह शालू को ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठने लगा। वर्ष 2019 से 2020 के बीच दानिश ने शालू से करीब 3.50 लाख रुपये ऐंठ लिये।
शालू ने रिपोर्ट में कहा कि वर्ष 2020 में वह डरा-धमकाकर उसे बिलासपुर के होटल में ले गया। वहां दुष्कर्म करने के बाद अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठने के साथ दुष्कर्म भी करने लगा। अप्रैल 2021 तक वह शालू से करीब 8.50 लाख रुपये और सात लाख रुपये कीमत की जूलरी ऐंठ चुका है। बाद में दिनेश शादी की बात कहने लगा। तीन अप्रैल 2021 को शालू अपनी नौकरानी के साथ दिल्ली आ गई। दिनेश ने नौकरानी को वापस छत्तीसगढ़ भेज दिया। इसके बाद वह शालू को अलग-अलग मकानों में रखता रहा।
पहले से शादीशुदा था दानिश
साथ रहते-रहते शालू को पता चला कि वह दिनेश नहीं दानिश उर्फ इनाम के साथ आई है। मई 2021 में वह शालू को अपने बुराड़ी स्थित घर ले गया। वहां शालू को पता चला कि इनाम पहले से शादीशुदा है। आरोप है कि 15 जून 2021 को दानिश ने कुछ लोगों को घर बुलाया। शालू के सामने उन्होंने अरबी में कुछ बोला और फिर उसे कहा गया कि उसका दानिश के साथ निकाह हो गया है। इसमें कई लोग शामिल हुए। इसके बाद शालू को पूजा-पाठ के लिए मना किया जाने लगा। घर की एक महिला शालू का साथ देती तो इमान उसको भी पीटता था।