झुंझुनू: राजस्थान में दुल्हन को हेलिकॉप्टर से ससुराल लाना या बेटी को हेलिकॉप्टर से विदा करना अब स्टेटस सिंबल बन गया है लेकिन झुंझुनू में एक परिवार की यह हसरत अधूरी रह गई. दुल्हन के विदा होने से कुछ देर पहले कंपनी ने तकनीकी खराबी का हवाला देते हुए हेलिकॉप्टर भेजने से इनकार कर दिया. फिर दुल्हन को BMW से ससुराल जाना पड़ा. पीड़ित परिवार ने कंपनी के खिलाफ सामाजिक प्रतिष्ठा को धूमिल करने का मामला दर्ज कराया है.
यह मामला झुंझुनू जिले के मंडावा कस्बे का है. चूरू जिले के सुजानगढ़ में शिक्षण संस्थान चलाने वाले श्योपुरा तन तेतरा निवासी नरेंद्र बराला के बेटे निखिल की शादी सुजानगढ़ निवासी कैलाश महण की बेटी शिखा के साथ 11 मई को तय हुई थी. नरेंद्र और उनके परिवार वाले इस शादी को यादगार बनाना चाहते थे. इसके लिए परिवार वालों ने बहू की विदाई हेलीकॉप्टर से कराने का फैसला लिया.
इसके बाद परिजनों ने मेवाड़ हेलिकॉप्टर सर्विसेज उदयपुर कंपनी से संपर्क किया. परिवार ने 12 मई यानी विदाई की सुबह के लिए हेलिकॉप्टर की बुकिंग कर दी. इसके लिए परिवार ने 20 अप्रैल को ही 4.58 लाख रुपये एडवांस भी दे दिए. साथ ही DM से इजाजत लेकर सुजानगढ़ में हेलीपैड भी बनवाया. इसके करीब तीन लाख रुपये भी खर्च किए पूरे गांव और परिवार में खुशी का माहौल था कि बहू हेलिकॉप्टर से ससुराल आएगी.
दूल्हे के पिता नरेंद्र बराला ने बताया कि 11 मई की शाम जब वो बारात लेकर सुजानगढ़ जा रहे थे. तब अचानक कंपनी ने सूचना दी कि तकनीकी कारण की वजह से वो हेलीकॉप्टर नहीं भेज पाएंगे. इसके बाद जिला प्रशासन से भी सूचना आई कि हेलिकॉप्टर नहीं आ रहा है. यह सुनकर वो टेंशन में आ गए. फिर दिल्ली से 60 हजार रुपये किराये में बीएमडब्ल्यू कार मंगवाई और दुल्हन को ससुराल लाया गया. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.