गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों के साथ ये क्या हो रहा? कलेक्टर ने लिया एक्शन
अंडरगारमेंट धोने के लिए बोलता है.
खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन में कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास की छात्राओं ने वार्डन और उसके पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं. छात्राओं का कहना है कि वार्डन का पति उन पर गंदी नजर रखता है और छेड़छाड़ करता है. इसी के साथ उन्हें हॉस्टल कैंपस में स्थित मंदिर के शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाने दिया जाता. वार्डन का रवैया भी उनके साथ बेहद बुरा है.
पेसा एक्ट समिति को स्कूल में बच्चियों ने खुलकर आपबीती बताई है. शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने तत्काल हॉस्टल वार्डन को निलंबित कर दिया है. हालांकि, हॉस्टल वार्डन के पति के खिलाफ जांच अभी जारी है. मामला झिरन्या विकासखंड के ग्राम पंचायत आभापुरी की कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास का है. छोटी-छोटी बेटियों ने ग्राम पंचायत आभापुरी की ग्राम सभा में चौंकाने वाले गंभीर आरोप लगाए हैं. बालिकाओं ने बताया उनके साथ छात्रावास अधीक्षिका द्वारा गलत बर्ताव किया जाता है. स्टेशनरी का सामान, स्कूल बैग, जूते, हाउस ड्रेस, नाइट ड्रेस, हाइजीन किट, मेनू अनुसार नाश्ता, संडे स्पेशल भोजन, मासिक व्रतिका राशि और स्कूल स्कॉलरशिप भी उन्हें नहीं दी जा रही.
छात्राओं ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि रात के समय अगर कोई छात्रा अचानक बीमार हो जाए तो वार्डन अपना दरवाजा तक नहीं खोलती. छात्रावास में नर्मदेश्वर महादेव जी स्थापित हैं. वहां बालिकाएं जल चढ़ाने जाती तो उन्हें डांटकर भगा दिया जाता है. कहा जाता है कि भोले भगवान तुमको क्या देते हैं. छात्रावास वार्डन का पति भी वहीं रहता है. जबकि, वहां पर चौकीदार के अलावा किसी पुरुष का रहने का नियम नहीं है. छात्रावास अधीक्षक का पति छात्राओं से गलत हरकत करता है. उन्हें बेड टच करने की कोशिश करता है और बालिकाओं से अपने अंडरगारमेंट धोने के लिए बोलता है. बच्चियों से घरेलू काम कराया जा रहा है. खाने की क्वालिटी नहीं है. खाने में इल्लियां भी निकलती हैं.
कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा का कहना है शिकायत मिलते ही वार्डन के खिलाफ जांच करवाई गई. सभी आरोप सही पाए गए. जिसके बाद हॉस्टल वार्डन को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, उसके पति के खिलाफ लगाए गए आरोपों की अभी जांच करवाई जा रही है. आरोप सही पाए जाने पर उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.