अमरोहा: यूपी के अमरोहा में बीड़ी कारोबारी की कोठी में काम करने वाली नौकरानी बड़ा कांड कर गई। नौकरानी ने मैनेजर को चाय में नशा देकर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद मौके का पूरा फायदा उठाया। नौकरानी के इस काम में उसके पति और सास ने भी साथ दिया। दरअसल नौकरानी ने मैनेजर को चाय में नशा देकर बेहोश कर दिया। इसके बाद कोठी के कमरे में रखा 27.50 लाख रुपये की नकदी से भरा बैग लेकर पति व सास के साथ फरार हो गई। इस मामले में पुलिस ने तीनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
शहर निवासी खालिद परवेज बीड़ी कारोबारी हैं। अमरोहा के अलावा बदायूं में भी उनका कारोबार है। रिहाइश के लिए दोनों शहरों में कोठी बनी है। बदायूं जिले के गांव आरिफपुर नवादा निवासी सबीना यहां उनकी कोठी में काम करती है। उसकी तलाकशुदा सौतेली बहन शबाना भी अक्सर उसके पास आती रहती थी। बीती 30 सितंबर को खालिद परवेज ने अपने पीए को कारोबार से संबंधित 27.50 लाख रुपये रखने के लिए दिए थे। 31 सितंबर को गयासुद्दीन ने रकम शहर के रेलवे स्टेशन रोड पर परवेज विला नाम से बनी कोठी के कमरे में रख दी थी।
सुरक्षा के लिहाज से कमरे का ताला भी लगा दिया। इस दौरान कारोबारी खालिद परवेज, उनके परिवार के सदस्य व शबाना कोठी में मौजूद थे। इसके बाद गयासुद्दीन और खालिद परवेज किसी काम से दिल्ली चले गए। कोठी की चाबी डिडौली स्थित लैंडमार्क कॉलेज में कार्यरत मैनेजर जीशान अहमद को दे दी। इस बीच शबाना अपनी सास आसमा व पति इकबाल उर्फ टिल्लू के साथ जीशान अहमद के पास पहुंच गई। बहन सबीना का बैग कोठी में रह जाने के बहाने से वह जीशान को अपने साथ लेकर कोठी पर आ गई।
शबाना ने जीशान को चाय बनाकर दी तो उसमें नशीला पदार्थ मिला दिया। चाय पीते ही जीशान अहमद को नशा होने लगा और व बेहोशी की हालत में पहुंच गए। इसका फायदा उठाकर शबाना अपने पति व सास के साथ नोटों से भरा बैग लेकर फरार हो गई। होश में आने के बाद जीशान ने ये बात गयासुद्दीन को बताई। चार नवंबर को गयासुद्दीन शहर में पहुंचे तो कमरे में रखा नोटों से भरा बैग गायब मिला। इसके बाद गयासुद्दीन और खालिद परवेज ने शबाना से संपर्क किया तो उसका मोबाइल बंद मिला। सीओ सिटी अरुण कुमार सिंह मामले में शबाना, इकबाल उर्फ टिल्लू व आसमा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू करने की बात कही।