हमारा मानना है कि हिटलरशाही से संघर्ष होता है, संवाद नहीं: पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस
मुंबई: महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद थमेगा या बढ़ेगा यह कुछ देर में साफ हो जाएगा. राज्य में इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक हो रही है. बैठक को लेकर भी तनातनी सामने आई है. इस ऑल पार्टी मीटिंग में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) चीफ राज ठाकरे (Raj Thackeray) शामिल नहीं हो रहे हैं. इतना ही नहीं विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस भी इस मीटिंग में नहीं होंगे. बता दें कि यह मीटिंग लाउडस्पीकर विवाद पर चर्चा करने के लिए ही होनी है.
देंवेद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि महाराष्ट्र में पुलिस का गलत इस्तेमाल हो रहा है. नवनीत की गिरफ्तार गलत है.
फडणवीस ने कहा कि अराजकता जैसे हालात हैं. उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टी को जान से मारने की धमकी दी दी गई. ये सरकार विरोधियों को कुचलना चाहती है. उन्होंने कहा कि हम बैठक में जाकर क्या करेंगे, जिसमें सीएम ही मौजूद नहीं है. फिर ऐसी बैठक से क्या हल निकलेगा. उन्होंने कहा कि इसलिए हमने बैठक में न जाने का फैसला लिया है.
फडणवीस ने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ करना देशद्रोह है क्या? उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो हम लोग भी हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. सरकार हम पर देशद्रोह का मुकदमा लगाए.
फडणवीस ने कहा कि हिटलरशाही से संघर्ष किया जाता है, बात नहीं की जाती. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में विरोधी दल के अधिकारों का लगातार हनन किया जा रहा है. सरकार अपने विरोधियों को कुचलना चाहती है.
फडणवीस ने लाउडस्पीकर मुद्दे पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश का पालन होना चाहिए. उन्होंने कहा कि नवरात्र में देर रात तक जगराता करते थे. गणेश चतुर्थी के मौके पर देर रात तक आयोजन होते थे. लेकिन कोर्ट ने आदेश दिए कि 10 बजे के बाद लाउडस्पीकर नहीं चलेगा. सिर्फ 15 दिन इसकी छूट दी जाएगी. इसके बाद हमने रात 10 बजे के बाद कार्यक्रम बंद कर दिए. अगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन हिंदू समाज करता है तो सभी को ऑर्डर फॉलो करना चाहिए.
राज ठाकरे ने कहा था- मस्जिदों के लाउडस्पीकर हटाए जाएं
बता दें कि मनसे चीफ राज ठाकरे ने प्रदेश सरकार से मांग की थी थी कि मस्जिदों के लाउडस्पीकर हटाए जाएं. अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर देंगे. इसके बाद मुंबई और ठाणे में हुई रैलियों में भी राज ठाकरे ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी थी. राज ठाकरे ने कहा था कि अगर 3 मई तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो वह खुद इन्हें हटाना शुरू कर देंगे.