बैराज से छोड़ा गया पानी, नादियों का बढ़ा जलस्तर

Update: 2023-07-17 18:12 GMT
हरदोई। हरदोई जनपद में गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। दरअसल, गंगा बैराज से गंगा व रामगंगा नदी में 4.46 क्यूसेक पानी को छोड़ा गया है। बारिश के चलते पहले से ही जनपद से होकर गुजरने वाली गंगाराम नंगा और गर्रा नदी उफान पर है, जिसके बाद बैराज से छोड़े गए पानी से इन नदियों में जल स्तर की बढ़ोतरी हो गई है। गंगा नदी में 10 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। गंगा नदी जलस्तर चेतावनी बिंदु 136.60 मीटर से 25 सेंटीमीटर ऊपर 136.85 मीटर पर बह रही है। हालांकि रामगंगा नदी के जलस्तर में कोई भी बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गई है। रामगंगा नदी का जलस्तर 135.75 मीटर पर बह रही है। वहीं, गर्रा नदी के जलस्तर में 35 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई है। गंगा बैराज से छोड़े गए पानी से बढ़े जलस्तर का सीधा असर कटरी में बह रही नीलम व गंभीरी नदियों के जलस्तर पर पड़ा है। नदियों के बढ़े जलस्तर से गंगा, राम गंगा नदी के किनारे बसे गांव के ग्रामीणों में कटान व पानी के खेतों और गांव की ओर मोड़ने की आशंका से लोग परेशान हैं।
बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल से मिली जानकारी के मुताबिक गंगा, राम गंगा नदियों में 4,66,310 के क्यूसेक पानी को छोड़ा गया है। इसमें गंगा नदी में हरिद्वार बैराज से 82101 क्यूसेक, बिजनौर बैराज से 1,36,037 क्यूसेक और नरोरा बैराज से 211074 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। ऐसे ही राम गंगा नदी के खो बैराज से 13786 क्यूसेक हरेबली बैराज से 1064 क्यूसेक और रामनगर बैराज से 2238 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बैराज से छोड़े गए पानी से जनपद हरदोई के निचले इलाकों में रहने वाले खासतौर पर गंगा व रामगंगा नदी के किनारे रहने वाले ग्रामीणों को बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि गंगा नदी व राम गंगा नदी के जलस्तर के बढ़ने से कटान का खतरा बढ़ गया है।ऐसे में उनके खेतों व घरों में पानी जल्द आ सकता है।हरदोई जनपद में से होकर जाने वाली गर्रा नदी में 35 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई है।गर्रा नदी का जलस्तर 145.40 मीटर पर आ गया है।हरपालपुर क्षेत्र में रामगंगा का पानी खेतों की ओर मुड़ने लगा है। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने कहा कि तहसील बिलग्राम और सवाजपुर के एसडीएम से कहा गया है कि बाढ़ चौकियों पर नज़र बनाए रखें। नदियों के लगातार बढ़ रहे जलस्तर पर नजर बनाए रखें। बाढ़ को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। ग्रामीणों को बाढ़ से बचाने के लिए हर संभव प्रयास शासन प्रशासन स्तर पर किए जा रहे हैं। बाढ़ को लेकर सभी विभागों के अधिकारियों को भी अलर्ट पर रखा गया है।
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