दिल्ली। भारत के राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान (President Election) पूरा हो गया है. राजस्थान विधानसभा में शाम 5 बजे तक विधायकों ने अपना वोट डाला. मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजस्थान से 200 में से 198 विधायकों ने वोट डाला है. वहीं कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा और बीटीपी राजकुमार रोत ने वोट नहीं डाला. विधायकों की वोटिंग में सबसे आखिरी वोट विधानसभा (Rajasthan Congress MLA) के उपसचेतक महेंद्र चौधरी ने डाला. वहीं शाम करीब साढ़े चार बजे बीजेपी विधायक शोभारानी कुशवाहा ने वोट डाला. वह वोट डालने कांग्रेस विधायक चौधरी के साथ पहुंची जिसके बाद बताया जा रहा है कि उन्होंने यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को वोट दिया है. इससे पहले करीब साढ़े तीन बजे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपना वोट डालने विधानसभा पहुंची. बताया गया है कि कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा तबीयत और बीटीपी विधायक राजकुमार रोत के किसी रिश्तेदार का निधन होने के चलते वह वोट डालने नहीं पहुंचे.
मालूम हो कि NDA की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के यशवंत सिन्हा मैदान में हैं. वहीं प्रदेश के सभी 25 लोकसभा सांसदों ने नई दिल्ली में संसद में वोट कास्ट किया. इलेक्शन कमीशन और निर्वाचन विभाग की ओर से कोविड प्रोटोकॉल के साथ वोटिंग संपन्न करवाई गई. वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी.
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू होते ही सोमवार सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहला वोट डाला. इस दौरान गहलोत ने उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर जगदीप धनकड़ को समर्थन देने के सवाल पर कहा कि हमारी विचारधारा की लड़ाई है जो राष्ट्रपति चुनाव के साथ उपराष्ट्रपति चुनाव में भी जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि राजस्थान में इससे पहले भैरों सिंह शेखावत उप राष्ट्रपति बने थे और अब एनडीए ने जगदीप धनखड़ को प्रत्याशी बनाया है ऐसे में नेचुरल है कि जब किसी राज्य का उम्मीदवार बनता है तो उस राज्य में उसका स्वागत किया जाता है.
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस चुनाव की बात छोड़िए, लेकिन आजादी के बाद लोकसभा और राज्यसभा दोनों के अध्यक्ष और चेयरमैन राजस्थान से हैं यह एक सुखद संयोग है. सीएम ने कहा कि एक बार को छोड़कर हमेशा 15 बार लगातार चुनाव में कोई न कोई सामने आया है ऐसे में इसको बहस का विषय नहीं बनाना चाहिए.