पाकिस्तान (Pakistan) में महंगाई और बेरोजगारी की मार झेल रही आवाम को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने एक और बड़ा झटका दिया है. दरअसल, पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत (Pakistan Petrol Price) में 30 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. इसके बाद पड़ोसी मुल्क में पेट्रोल की कीमत 200 रुपये के पार जाकर 209 रुपये पर पहुंच गई है. पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमतों में लगी आग की वजह से सबसे बड़ा असर आम जनता पर पड़ने वाला है. पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर आम आदमी के बीच रोष भी देखने को मिल रहा है. पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के एक कर्मचारी ने शुक्रवार को गधा गाड़ी के जरिए काम पर आने की इजाजत मांगी. अब इसकी हर जगह चर्चा हो रही है.
पड़ोसी मुल्क के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने गुरुवार को पेट्रोल की कीमत 30 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का ऐलान किया. इस तरह पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 209.86 रुपये हो गई. यहां गौर करने वाली बात ये है कि अभी पिछले हफ्ते ही देश में पेट्रोल की कीमत 30 रुपये बढ़ाई गई थी. इस बात की भी जानकारी सामने आ रही है कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से कर्ज लेना है. ऐसे में उसे IMF की कड़ी शर्तों को भी पूरा करना है. यही वजह है कि वह अब शर्तों को पूरा करने के लिए कीमतों में इजाफा कर रहा है. पेट्रोल के अलावा बिजली की कीमतों में भी बढ़ोतरी की गई है. बिजली में 7.91 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई है.
वहीं, पेट्रोल के साथ-साथ डीजल की कीमत भी बढ़ाई गई है. डीजल की कीमत बढ़कर 204.15 रुपये प्रति लीटर हो गई है. इसके अलावा, केरोसीन में भी 'आग' लगी है. देश में केरोसीन की कीमत 181.94 प्रति लीटर हो गई है. दूसरी ओर, पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा उठाए गए इन कदमों की वजह से आम जनता को महंगाई की मार से दो चार होना होगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो देश दिवालिया हो सकता है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के गलत फैसलों की वजह से मुल्क दिवालिया होने की ओर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में इस रोकने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे.