जब स्कूटी के इंतजार में भूखी-प्यासी मंत्री का इंतजार करती रहीं छात्राएं, फिर जो हुआ...
बाद में चाभी दी गई.
दौसा: राजस्थान के दौसा में छात्राएं स्कूटी मिलने के इंतजार में भूखी-प्यारी घंटों इंताजार करती रही लेकिन स्कूटी की चाभी की जगह शाम तक निराशा ही हाथ लगी. बाद में चाभी दी गई.
दरअसल दौसा में मेधावी छात्राओं को स्कूटी वितरण योजना के तहत स्कूटी की चाभी देने का कार्यक्रम रखा गया था. इस योजना में 10वीं और 12वीं में 85% से अधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्रों को मेधावी छात्रा स्कूटी वितरण योजना के तहत स्कूटी मिलना था.
इस साल राज्य में कक्षा 10वीं कक्षा की 200 और 12वीं कक्षा की 600 छात्राओं को मेधावी छात्रा स्कूटी वितरण योजना के लिए चुना गया था जिसमें दौसा की 44 छात्राएं शामिल थी. दौसा जिले की 44 छात्राओं को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्कूटियों का वितरण किया जाना था.
स्कूटी वितरण कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महिला और बाल विकास विभाग मंत्री ममता भूपेश थीं जो अपने विधानसभा क्षेत्र सिकराय के दौरे पर थीं. मंत्री को स्कूटी वितरण प्रोग्राम में 3:30 पर पहुंचना था लेकिन अपने वोट के चक्कर में वो बच्चियों को भूल गई और प्रोग्राम में साढ़े 3 घंटे लेट पहुंची.
इस दौरान सुबह से आई हुई छात्राएं भूखी-प्यासी बैठी रही और उन्हें खाने पीने के लिए पूछने वाला वहां कोई भी नहीं था. हालांकि यह प्रोग्राम जिला शिक्षा अधिकारी के ऑफिस के बिल्कुल बाहर रखा गया था लेकिन अधिकारी मंत्री की आवभगत की तैयारियों में बच्चियों को भूल गए.