अयोध्या: दिल्ली विधानसभा के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर भी आयोग ने चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। दिल्ली के साथ अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट पर भी 5 फरवरी को वोटिंग होगी, जिसके नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
दरअसल, 2022 के विधानसभा चुनाव में अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) ने विजय पाई थी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट से विधायक रहे अवधेश प्रसाद सांसद चुने गए। इस जीत को भाजपा के लिए बड़ा झटका माना गया। ऐसे में भाजपा अब मिल्कीपुर सीट पर कब्जा करने के लिए पूरी ताकत से जुटी है। इसी कारण से मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार दौरा कर चुके हैं।
भारतीय जनता पार्टी मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में जीत के जरिए लोकसभा चुनाव में मिली हार की भरपाई करने की फिराक में है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों की फौज उतार रखी है। इसके अलावा संगठन के पदाधिकारियों को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है। साथ ही खुद भी सीएम योगी लगातार अयोध्या का दौरा कर मीटिंग कर रहे हैं।
उधर, समाजवादी पार्टी (सपा) भी इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। पार्टी ने मिल्कीपुर से पहले ही सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे को अपना उम्मीदवार घोषित कर रखा है। अवधेश प्रसाद यहां लगातार सक्रिय हैं।
उन्होंने कहा है कि इस सीट पर सपा अपनी जीत दर्ज करने जा रही है। भाजपा ने विकास रोकने का काम किया। यह बात जनता जानती है। सपा विकास करती है, जबकि भाजपा रोड़ा अटकाती है। मिल्कीपुर से सपा के उम्मीदवार हमारे बेटे अजीत प्रसाद हैं। लोग डिसाइड कर चुके हैं, उन्हें जीतना है।
हाल ही में उत्तर प्रदेश में विधानसभा की नौ सीटों पर उपचुनाव हो चुके हैं, लेकिन मिल्कीपुर का मामला कोर्ट में विचाराधीन होने से उस समय आयोग ने यहां चुनाव नहीं कराया। अब कोर्ट में दायर याचिका का निपटारा हो चुका है। इस कारण यहां चुनाव हो रहे हैं।