जुलाई से दूर होगा वैक्सीन का संकट, सरकार को भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ने दिया भरोसा

देश में जून तक कोरोना वैक्सीन की कमी बरकरार रहेगी।

Update: 2021-05-12 17:57 GMT

देश में जून तक कोरोना वैक्सीन की कमी बरकरार रहेगी। मई में कोरोना वैक्सीन का कुल उत्पादन आठ करोड़ डोज की तुलना में जून में सिर्फ एक करोड़ बढ़ पाएगा। जुलाई से इसमें तेजी आएगी। सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने अगस्त से 17.8 करोड़ डोज वैक्सीन उत्पादन का भरोसा दिया है। उस समय तक स्पुतनिक-वी का भी भारत में बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। जायडस-कैडिला की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मिलने की स्थिति में वह भी आम लोगों के लिए उपलब्ध हो सकेगी।

मई में आठ करोड़ की तुलना में जून में नौ करोड़ डोज वैक्सीन होंगी उपलब्ध : हर्षवर्धन
टीकाकरण में पीछे छूट रहे आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि मई में देश में कुल आठ करोड़ टीके उपलब्ध हो पाएंगे जो जून में बढ़कर नौ करोड़ हो जाएंगे। इनमें 50 फीसद केंद्र को और 50 फीसद राज्य सरकारों व निजी क्षेत्र को सप्लाई किए जाएंगे।
राज्यों को केंद्र से मिलने वाली 70 फीसद वैक्सीन दूसरी डोज में इस्तेमाल करने की सलाह
वैक्सीन की किल्लत को देखते हुए हर्षवर्धन ने राज्यों को केंद्र से मिलने वाली 70 फीसद वैक्सीन दूसरी डोज में इस्तेमाल करने की सलाह दी। उनका कहना था कि प्राथमिकता समूह वाले हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स पर अत्यधिक खतरे और 45 साल से अधिक उम्र के लोगों में अत्याधिक मृत्युदर को देखते हुए यह करना जरूरी है।
बैठक में जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, बिहार, झारखंड, ओडिशा और तेलंगाना के प्रतिनिधि शामिल थे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू, ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब कुमार दास, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बैठक में मौजूद थे।
वहीं, सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने स्वास्थ्य मंत्रालय को अगस्त तक अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने का आश्वासन दिया। सीरम इंस्टीट्यूट ने बताया कि अगस्त में वह 10 करोड़ डोज वैक्सीन का उत्पादन करने लगेगा। वहीं भारत बायोटेक ने अगस्त में 7.8 करोड़ वैक्सीन उत्पादन का भरोसा दिया। जाहिर है कि ये सिर्फ इन दो कंपनियों के उत्पादन का लक्ष्य है।
जुलाई-अगस्त तक कई और वैक्सीन उपलब्ध होंगी
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की मानें तो जुलाई-अगस्त तक कई और वैक्सीन भी बड़ी मात्रा में उपलब्ध होंगी। इनमें स्पुतनिक-वी सबसे प्रमुख है। रूस ने जून-जुलाई तक 1.8 करोड़ डोज स्पुतनिक-वी भारत भेजने का एलान किया है। वहीं वह भारत में छह कंपनियों के साथ 85 करोड़ सालाना के उत्पादन का समझौता भी कर चुका है।
एक-दो महीने में स्पुतनिक-लाइट की सिंगल डोज भी भारत आने की उम्मीद
माना जा रहा है कि इन भारतीय कंपनियों में जुलाई से स्पुतनिक-वी का उत्पादन शुरू भी हो जाएगा। इसी तरह अगले एक-दो महीने में स्पुतनिक-लाइट की सिंगल डोज भी भारत आने की उम्मीद की जा रही है।
जायडस-कैडिला की कोरोना वैक्सीन का तीसरे फेज का ट्रायल पूरा
इसके अलावा जायडस-कैडिला की कोरोना वैक्सीन का तीसरे फेज का ट्रायल पूरा हो चुका है। कंपनी ने ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया से इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मांगी है। कंपनी के दावे पर विचार करने के लिए जल्द ही सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (एसईसी) की बैठक होगी। यदि इस वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मिल गई तो अगस्त तक कई वैक्सीन भारत में उपलब्ध होंगी।


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