मचा हंगामा: जेल में मुस्लिम की दाढ़ी काटने पर बवाल, जानें पूरा मामला

मुस्लिम समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि जेल की व्यवस्था धर्म विरोधी है और जेलर ने आरोपी को पाकिस्तान का बताकर जबरदस्ती दाढ़ी कटवा दी।

Update: 2022-09-19 10:09 GMT
न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
राजगढ़: मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की जीरापुर जेल में एक मुस्लिम युवक की दाढ़ी काटने का एक मामला आया है। मुस्लिम समाज के लोगों ने इसे लेकर रोष जताया है और जेलर के खिलाफ कलेक्ट्रेट में नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा कर जेलर पर केस दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है। मुस्लिम समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि जेल की व्यवस्था धर्म विरोधी है और जेलर ने आरोपी को पाकिस्तान का बताकर जबरदस्ती दाढ़ी कटवा दी।
मामला 13 सितंबर का है। जीरापुर के वार्ड 14 में रहने वाले कलीम खां को धारा 151 के तहत राजगढ़ जेल में बंद किया गया था। कलीम ने आरोप लगाया है कि अगले दिन सुबह जेलर निरीक्षण करने आए तो दाढ़ी देखकर भड़क गए और जबरदस्ती दाढ़ी कटवा दी। कलीम ने दावा किया कि जेलर ने उसे पाकिस्तानी कहा और अभद्रता भी की। उसने 5 वक़्त का नमाजी होने का हवाला भी दिया लेकिन लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
कलीम ने मुस्लिम समाज के लोगों के साथ मिलकर कलेक्टर को इसकी शिकायत की है। शिकायतकर्ता के मुताबिक उसे पिछले 8-10 साल से दाढ़ी रखी है। जेलर ने शरियत अनुसार रखी गई दाढ़ी को कटवा कर इस्लाम का और मेरा अपमान किया गया है। साथ ही मेरे नबी की सुन्नत का भी अपमान किया गया है। मैं किसी को भी अपना मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहा हूं। कलीम ने आरोपी जेलर को उचित दंड देने की मांग की है।
दूसरी ओर जेलर एनएस राणा का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है। ये लोग फालतू का इश्यू बना रहे हैं। जेल में जब भी कोई नया कैदी आता है तो उसकी दाढ़ी या तो काटी जाती है या छोटी की जाती है। इनकी दाढ़ी को जबरन नहीं काटा गया है, जो जिस धर्म का है वह अपने हिसाब से दाढ़ी रख सकता है। हमारे यहां रोजाना 8 से 10 लोग आते हैं। कौन आ रहा है, कौन जा रहा है, मुझे इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
राणा ने कहा कि धर्म के अनुसार जेल में दाढ़ी बाल रखने की अनुमति है। ये जो भी लोग हैं, ये फालतू का इश्यू बना रहे हैं। हालांकि, मैंने उसकी पहले की फोटो देखी। उसने एक हाथ की काफी लंबी दाढ़ी रखी थी। जेल के कुछ प्रावधान हैं। इसी मैनुअल के अनुसार दाढ़ी छंटवाई गई होगी। इसके अलावा दाढ़ी कैसे कटी मुझे इसकी जानकारी नहीं है। कोई अगर अपने धर्म का हवाला देता है, तो जेल में उसके दाढ़ी-बाल नहीं काटे जाते हैं। जो हवलदार दाढ़ी बनवाता है, वह भी इसको समझता है।
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