राहुल गांधी के बयान पर संसद में हंगामा, उठकर बोले पीएम मोदी
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नई दिल्ली: राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मुझपर फर्जी मुकदमे लगा दिए गए हैं. मुझसे ईडी ने पूछताछ की, अफसर भी हैरान थे. इंडिया ब्ल़क के नेताओं को जेल में रखा है. ओबीसी-एससी-एसटी की बात करने वालों पर मुकदमे किए जा रहे हैं. राहुल गांधी ने भगवान शिव की अभय मुद्रा का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस अभय मुद्रा में है. उन्होंने अलग-अलग धर्मों का जिक्र करते हुए कहा कि इनमें भी अभय मुद्रा दिखाई देती है.
राहुल गांधी ने भगवान शिव को अपने लिए प्रेरणा बताते हुए कहा कि उनसे विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष की प्रेरणा मिली. उनके बाएं हाथ में त्रिशूल का मतलब अहिंसा है. हमने सच की रक्षा की है बिना किसी हिंसा के. बीजेपी को निशाने पर लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उनके लिए सिर्फ सत्ता मायने रखती है.
राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान भगवान शंकर की तस्वीर लहराई. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने उनको टोकते हुए नियम पुस्तिका निकाल ली. राहुल गांधी ने कहा कि सदन में हम शिवजी की तस्वीर भी नहीं दिखा सकते, आप मुझे रोक रहे हैं. मेरे पास और भी तस्वीरें थीं जिन्हें दिखाना चाहते थे और बताना चाहते थे कि शिवजी ने किस तरह से रक्षा की.
मोदीजी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया. इसका कारण है. हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है. हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत. शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं. दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत. आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए.
राहुल गांधी के बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. पीएम मोदी अपनी चेयर पर उठकर खड़े हुए और इसे गंभीर बात बताया. पीएम मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के नेता ने जो कहा, उन्हें इसकी माफी मांगनी चाहिए. इस धर्म पर करोड़ों लोग गर्व से हिंदू कहते हैं. मैं उनको गुजारिश करता हूं कि इस्लाम में अभय मुद्रा पर एक बार वो इस्लामिक विद्वानों की राय वो ले लें.
अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी को अभय की बात करने का कोई हक नहीं है. इन्होंने इमरजेंसी के दौरान पूरे देश को भयभीत करा. इनको सदन में माफी मांगनी चाहिए.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि संविधान कहता है कि कोई भी व्यक्ति किसी धर्म को जोड़कर हिंसावादी नहीं कह सकता है. ये देश संविधान से चलता है. इनको माफी मांगनी चाहिए. ये संविधान की बात करते हैं.