शिमला। ऊपरी शिमला के लिए शनिवार को भी बसों की आवाजाही नहीं हो सकी। हालांकि राजधानी शिमला में रातभर से बारिश हो रही है और ऊपरी शिमला में भी कई जगहों पर बारिश हुई, मगर अभी भी मुख्य मार्गों को खोला नहीं जा सका है। इस कारण से शिमला ग्रामीण के 22 बस रूटों पर बसें नहीं भेजी गईं, जबकि चौपाल में आवाजाही पूरी तरह से प्रभावित रही है। पिछले चार पांच दिनों से ऊपरी शिमला के लिए बसों का सुचारू संचालन नहीं हो पा रहा है। जहां एचआरटीसी की बसें फंसी हंै वहीं प्राइवेट बसें भी ऊपरी शिमला के रूटों पर नहीं जा सकी है। आम जनता को इससे काफी परेशानी हो रही है। शिमला जिला के लोगों को घरों को जाने में दिक्कत पेश आ रही है। उम्मीद है कि रविवार को मौसम साफ रहने के बाद मार्गों को खोल दिया जाएगा।
एचआरटीसी से मिली जानकारी के अनुसार चौपाल क्षेत्र में अभी भी बसों की आवाजाही सुचारू नहीं हो सकी है। शिमला से वाया नारकंडा शनिवार को भी बसों की आवाजाही नहीं हो सकी है। इससे रामपुर डिपो की बसों को वाया किंगल होकर भेजा गया। रात्रि बस सेवा भी रामपुर से दिल्ली या हरिद्वार की वाया किंगल ही भेजी जा रही हैं। वहीं, रामपुर से जो बसें जलोड़ीजोत व रोहांडा के लिए गई हैं वो भी वहां फंसी हुई बताई जा रही है। इन रूटों पर भी बस सेवा पूरी तरह से प्रभावित हुई है। इसके साथ किन्नौर से रिकांगपिओ डिपो की जो बसें आ रही हैं उनको वाया लूहरी, सैंज और सुन्नी होते हुए ही भेजा गया है। यहां के लिए सभी बसें सुचारू रूप से वाया मशोबरा चलाई जा रही हैं, क्योंकि अभी तक मशोबरा रोड खुला हुआ था। मगर रात में यदि बर्फबारी होती है तो यह मार्ग भी बंद हो जाएगा। शिमला ग्रामीण के रूट करसोग, तत्तापानी, सुन्नी के लिए सुचारू रूप से चल रहे हैं, जबकि कुमारसैन, ठियोग के कई इलाकों को अभी बसों की आवाजाही पूरी तरह से खुल नहीं पाई है।