नालंदा में सिक्कों से तौले गए उपेंद्र कुशवाहा, कार्यकर्ताओं ने पहनाया सोने का मुकुट
सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का जलवा देखने के लिए मिला.
सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के गृह जिले नालंदा में जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) का जलवा देखने के लिए मिला. दो दिवसीय जन संवाद यात्रा पर नालंदा पहुंचे कुशवाहा का स्वागत सोने की मुकुट पहना कर किया गया. इसके साथ ही यहां उन्हें सिक्कों से भी तौला गया.
उपेंद्र कुशवाहा दो दिनों के दौरे पर नालंदा में हैं. इस मौके पर जगह-जगह कार्यकर्ताओं द्वारा उनका भव्य स्वागत किया जा रहा है. कार्यक्रम के दौरान उपेन्द्र कुशवाह बिहारशरीफ के आशानगर मोहल्ला पहुंचे जहां कार्यकर्ताओं ने सोने का मुकुट पहनाया और सिक्कों से तौला. इस अभिनंदन से उपेंद्र कुशवाहा काफी गदगद हुए और कहा कि कार्यकर्ताओं का यह मान सम्मान उन्हें हमेशा याद रहेगा.
सात लाख का था मुकुट!
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि कुशवाहा को जो सोने का मुकुट पहनाया गया था उसकी कीमत करीब सात लाख रुपए थी. जो सोनू कुशवाहा नाम के एक कार्यकर्ता ने उनके लिए बनवाया था. सोनू कुशवाहा उपेन्द्र कुशवाहा के खास हैं, और उनकी पुरानी पार्टी रालोसपा से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं.
नांलदा पहुंचे उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि जदयू को बिहार की ही नहीं देश की नंबर वन पार्टी बनाना है. कुछ समय के लिए भाई-भाई में झगड़ा हो गया, जिसके कारण विपक्षी को आगे बढ़ने का मौका मिल गया. उन्होंने इशारों-इशारों में पिछले विधानसभा के चुनाव में राजद के मिले बढ़त पर कहा कि देहात में कहावत है कि घर फूटे और गवार लूटे, वही कहावत जदयू के साथ चरितार्थ हुआ.
भेदभाव खत्म करने के लिए जातीय जनगणना जरुरी'
इससे पहले कुशवाहा ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर कहा था कि जाति आधारित जनगणना से समाज में वैमनस्यता आने का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा था कि आज भी जाति जनगणना होती है, शेड्यूल कास्ट और शेड्यूल ट्राइब की गणना होती है तो वहां कहां जातीय वैमनस्यता बढ़ती है. कुशवाहा ने बीजेपी नेता सीपी ठाकुर के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी जिसमें सीपी ठाकुर ने जातीय जनगणना से समाज में वैमनस्यता बढ़ने की बात कही थी.