यूपी: अब पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राज्य के सभी स्कूलों में लागू होगा हैप्पीनेस कोर्स

उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में हैप्पीनेस कोर्स लागू किया जाएगा.

Update: 2021-08-24 09:39 GMT

उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में हैप्पीनेस कोर्स लागू किया जाएगा. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राज्य के सभी स्कूलों में इस कोर्स को लागू किया जा सकता है. फिलहाल इन 16 जिलों में सफलता मिलने पर बाद में Happiness Course पूरे राज्य में लागू किया जाएगा. इसके लिए राज्य सरकार अपने पाठ्यक्रम को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के साथ मिलकर तैयार कर रही है.

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में हैप्पीनेस कोर्स को लागू किया गया था, लेकिन खुद का पाठ्यक्रम न होने की वजह से सफल नहीं हो सका था. ऐसे में इस बार सरकार खुद का कोर्स तैयार करने में लगी है. बता दें कि इस कोर्स (Happiness Course) को यूपी के शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के साथ मिलकर चलाया जाएगा.
इन जिलों में होगा लागू
राज्य सरकार हैप्पीनेस कोर्स को शुरुआती दौर में वाराणसी, देवरिया, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, प्रयागराज, अमेठी, अयोध्या, लखनऊ, मुरादाबाद, मेरठ, गाजियाबाद, आगरा, मथुरा, झांसी और चित्रकूट में लागू करेगी. यदि इस पायलट प्रोजेक्ट को सफलता मिलती है तो बाद में इसे पूरे प्रदेश के हर जिले में शुरू किया जाएगा. बता दें कि पाठ्यक्रम को विकसित किए जाने के लिए पूरे प्रदेश से 68 और गोरखपुर से पांच शिक्षकों का चयन किया गया है. चयनित किए गए शिक्षकों में दिल्ली सरकार में हैप्पीनेस प्रोग्राम के अभिन्न अंग रहे श्रवण शुक्ल हैं. इसके अलावा शिक्षक अभय कुमार पाठक, महेंद्र पटेल, अर्चना मालवीय और संतोष राव भी शामिल हैं.
मेलानिया ट्रंप से चर्चा में आया हैप्पीनेस कोर्स
देश में हैप्पीनेस पाठ्यक्रम विशेष रूप से तब चर्चा में आया जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप ने दिल्ली के एक सरकारी स्कूल का दौरा कर हैप्पीनेस क्लास की जानकारी ली. उसके बाद से ही लगातार हैप्पीनेस कोर्स पर चर्चा हो रही है.
क्या है Happiness Course?
यह एक खुश रहने का प्रोग्राम है. इस प्रोग्राम के जरिए बच्चों को बताया जाएगा कि खुशी पूर्वक जीने के लिए क्या-क्या समझना होगा. बता दें कि यह पाठ्यक्रम पांच मूल्यों विश्वास, सम्मान, कृतज्ञता, ममता और स्नेह के इर्द-गिर्द घूमता है. प्रोग्राम के जरिए स्टूडेंट्स के अंदर इन मूल्यों को उभारा जाएगा. इसके लिए इस पूरे कोर्स को मुख्य रूप से तीन भागों माइंडफुलनेस, कहानी और गतिविधियां में बांटा गया है.


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