तेलंगाना। तेलंगाना के कुछ जिलों में पिछले दो दिनों के दौरान हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने रविवार को अधिकारियों को फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने का निर्देश दिया।
करीमनगर जिले के चौपडांडी और करीमनगर ग्रामीण मंडल और राज्य के अन्य हिस्सों में बेमौसम बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव शांति कुमारी को फसल नुकसान का आकलन करने का निर्देश दिया। उन्होंने मुख्य सचिव से जिलाधिकारियों से बात कर फसलों को हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट लेने को कहा। इस गर्मी में यह दूसरी बार है, जब तेलंगाना के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है।इस बीच, नागरिक आपूर्ति मंत्री गंगुला कमलार ने रविवार को करीमनगर जिले के कुछ इलाकों का दौरा किया और बेमौसम बारिश से क्षतिग्रस्त हुए खेतों का निरीक्षण किया।
यह आश्वासन देते हुए कि केसीआर सरकार 100 प्रतिशत मुआवजा प्रदान करेगी, उन्होंने किसानों को हिम्मत नहीं हारने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जिले के कुछ हिस्सों में फसलों को अब तक का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। मंत्री ने कहा कि पहली आपदा से उबरने से पहले ही दूसरी आपदा ने किसानों को झटका दिया है। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार द्वारा समय पर धान खरीद केंद्र स्थापित करने से नुकसान कम हुआ है।
कमलाकर ने प्रभावित किसानों को आश्वासन दिया कि सरकार बारिश में भीगे धान की खरीद करेगी। इस बीच, जनगांव जिले के किसानों ने बेमौसम बारिश के कारण फसल के नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया। पिछले महीने राज्य के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से 2.28 लाख एकड़ से अधिक फसल को नुकसान पहुंचा था। मुख्यमंत्री ने तब 10,000 रुपये प्रति एकड़ के मुआवजे की घोषणा की थी। हालांकि, एक सर्वेक्षण के बाद कृषि विभाग ने केवल 1.51 लाख एकड़ के संबंध में मुआवजा देने का फैसला किया। अधिकारियों ने कहा कि पैसा 1,30,988 किसानों के बैंक खातों में जमा किया जाएगा।