अनोखा : 400 साल पुराने जैन मंदिर में हुई केसर की वर्षा

मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है

Update: 2021-12-25 16:09 GMT

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है. उज्जैन जिले के ग्राम रुई में स्थित 400 साल पुराने जैन मंदिर में केसर (भगवान को लगाने वाला चंदन) की वर्षा का अनोखा मामला सामने आया है जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

मार्बल पर जगह-जगह केसर (चंदन) के छींटे
वीडियो में मंदिर परिसर में लगे मार्बल पर जगह-जगह केसर (चंदन) के छींटे दिखाई पड़ रहे हैं. मंदिर के पुजारी, ट्रस्टी और ग्रामीणों का दावा है कि ये एक चमत्कार है और महीने भर के अंदर ये दूसरी घटना है. मंदिर के पुजारी और ट्रस्टी की मानें तो 400 वर्ष पुराने जैन श्वेताम्बर समाज के मंदिर में भगवान वीरमणि और पारसनाथ की मूर्ति स्थापित थी और अब 400 वर्ष बाद मंदिर का दोबारा जीर्णोद्धार किया गया.
अन्य भगवान की मूर्तियों की भी स्थापना की गई
जीर्णोद्धार के बाद 10 दिन के विशेष आयोजन में अन्य भगवान की मूर्तियों की भी स्थापना की गई व मंदिर को नया रूप दिया गया. अन्य मूर्तियों में भगवान धर्म नाथ, विमल नाथ व आदि नाथ प्रभु की मूर्ति हैं. पहले भगवान अकेले थे, अब पूरे परिवार के साथ भगवान बैठे हैं. उसी की खुशी में ये भगवान की और से चमत्कार और आशीर्वाद है, जो साक्षात देखने को मिल रहा है. मंदिर के ट्रस्टी व पुजारी ने आगे बताते हुए कहा कि दो दिन बाद हमारा (जैन समाज) बड़ा पर्व है पोषि दशमी और हम पर्व से पहले इसे चमत्कार और आशीर्वाद मान रहे है. हम ही नहीं पूरा गांव, इसे चमत्कार रूप में देख रहा है और दर्शन के लिए उमड़ रहा है.
पहली बार ये वर्षा पूरे गांव में हुई
ग्रामीणों के अनुसार, 10 दिसंबर से 13 दिसम्बर के बीच पहली बार ये वर्षा पूरे गांव में हुई. ग्रामीणों ने प्राकृतिक घटना मान कर अपने स्तर पर आसपास के अन्य गांवों में पता किया तो ऐसी कोई घटना अन्य गांव में नहीं हुई थी. सिर्फ रुई गांव में ये घटना मंदिर में मूर्ति स्थापना के बाद 10 से 13 दिसंबर के बीच हुई, जिसके बाद ग्रामीणों ने ये घटना 24 व 25 दिसंबर को फिर होते देखी. जगह-जगह चंदन, केसर के निशान ग्रामीणों की उत्सुकता को बड़ा रहे थे. ये जानने के लिए कि ये हो क्या रहा है, घटना को लेकर ग्रामीणों, मंदिर के पुजारी व ट्रस्टी का कहना है कि पहले पूरे गांव में ये वर्षा हुई और अब सिर्फ मंदिर परिसर में ये वर्षा हो रही है. ये अद्भुत है और चमत्कारी है.
ये घटना भगवान का आशीर्वाद स्वरूप
जैन समाज के ट्रस्टी पंकज ने कहा कि हमारा एक बड़ा पर्व पोषि दशमी है दो दिन में, उससे पहले ये घटना भगवान का आशीर्वाद स्वरूप है. मंदिर का पूरा नाम वीरमणि श्री शांतिनाथ जैन मंदिर श्वेताम्बर है जो ग्राम रुई, उन्हेंल रोड पर स्थिति हैं. हालांकि इस पूरी घटना को लेकर जानकारों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली है. घटना में कितनी सच्चाई है और इसका क्या कारण है? केसर-चंदन के छींटे गिरने की घटना जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी. फिलहाल श्रद्धालुओं का तांता मंदिर में लगा है.
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