निर्वाचन आयोग को अनोखी शिकायत, 3 राज्यों के वोटर लिस्ट में शामिल है ये नेता, जांच शुरू
जांच रिपोर्ट तलब की है.
उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग को झांसी से एक अनोखी शिकायत मिली है. शिकायत की गई है कि एक व्यक्ति सिर्फ झांसी में ही 3 जगहों से वोटर है. यही नहीं दिल्ली और मध्य प्रदेश में भी वोटर है. कहीं पर वोटर लिस्ट से नाम कटवाए बगैर उसने तीसरी जगह से चुनाव जीता है. फिलहाल इस शिकायत पर राज्य निर्वाचन आयोग ने जिलाधिकारी झांसी को जांच के आदेश दिए हैं और जांच रिपोर्ट तलब की है.
बीते दिनों हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में झांसी से राज्य निर्वाचन आयोग को बबीना ब्लॉक के रहने वाले कालीचरण ने झांसी के मोठ ब्लॉक से दो बार ब्लॉक प्रमुख रह चुके चरण सिंह यादव की सबूतों के साथ शिकायत की है.
राज्य चुनाव आयोग ने दिए जांच के आदेश
निर्वाचन आयोग को शिकायत की गई है कि 2 बार मौठ से ब्लॉक प्रमुख रहने वाले चरण सिंह ने इस बार क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनाव बबीना ब्लॉक से जीता है. चरण सिंह ने खुद को बड़ौरा का वोटर भी बना लिया, जबकि चरण सिंह का नाम मोठ की बुडावली वोटर लिस्ट में, झांसी नगर निगम के वार्ड नंबर 57 सीपी मिशन कंपाउंड की वोटर लिस्ट में और मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर से वोटर लिस्ट में भी नाम शामिल है. चरण सिंह ने कहीं से भी अपना वोटर लिस्ट से नाम नहीं कटवाया और बबीना ब्लॉक की एक क्षेत्र पंचायत सीट से चुनाव जीत लिया.
चार पन्ने की इस शिकायत के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने डीएम झांसी से रिपोर्ट तलब की है और डीएम झांसी ने संबंधित विभागों से विस्तृत रिपोर्ट 3 दिन में मांगी है.
कौन हैं चरण सिंह
बताया जा रहा है कि चरण सिंह खुद को गरौठा से सपा विधायक रहे दीप नारायण सिंह का चचेरा भाई बताता है. जिसके ऊपर ना सिर्फ झांसी के मौठ, सीपरी बाजार और कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज है बल्कि लखनऊ के हजरतगंज, हरियाणा के मानेसर और छतरपुर के भगवा में भी एफआईआर दर्ज है.
चरण सिंह पर गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट लग चुका है. मध्य प्रदेश पुलिस 10,000 रुपये का इनाम रख चुकी है. जिला बदर किया जा चुका है. राजनीतिक तौर पर देखें तो चरण सिंह उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के दौरान सपा नेता रहे तो मध्य प्रदेश में पत्नी बसपा के टिकट पर पन्ना से चुनाव लड़ चुकी है.
चरण सिंह ने अपने बेटे राज यादव को भी 4 जगह से वोटर बनाकर बबीना ब्लॉक के ही दूसरे वार्ड का क्षेत्र पंचायत सदस्य बनवाया है. आरोप है कि बेटे राज की आधार कार्ड में फरवरी 2021 को उम्र 20 साल को हुई, लेकिन झांसी जिला प्रशासन को गुमराह कर बेटे को 21 साल की उम्र से पहले ही क्षेत्र पंचायत सदस्य बनवा लिया है.