विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह पिछले साल फरवरी में हुई मंत्रियों की डिजिटल बैठक के बाद क्षेत्रीय रणनीतिक मुद्दों एवं स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के उनके साझा दृष्टिकोण पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर होगा. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'क्वाड के सदस्य देशों के विदेश मंत्री क्वाड सहयोग की समीक्षा करेंगे और 2021 में आयोजित दो शिखर सम्मेलनों में सदस्य देशों के नेताओं द्वारा घोषित सकारात्मक एवं रचनात्मक एजेंडे का निर्माण करेंगे.'
मंत्रालय ने कहा, 'इससे समकालीन चुनौतियों जैसे कि कोविड-19 महामारी, आपूर्ति श्रृंखला, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, जलवायु परिवर्तन, बुनियादी ढांचे का समाधान किया जा सकेगा.' क्वाड बैठक में भाग लेने के अलावा जयशंकर 12 फरवरी को अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मारिस पायने के साथ 12वीं भारत-ऑस्ट्रेलिया विदेश मंत्रियों की रूपरेखा वार्ता की सह-अध्यक्षता भी करेंगे. विदेश मंत्रालय ने कहा, 'बैठक में मंत्री भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा करेंगे और आपसी हित के द्विपक्षीय, बहुपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे.'