केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी फिर सुर्ख़ियों में, पत्रकार की टोल फ्री करने की मांग पर कही ये बात, देखें वीडियो

Update: 2021-09-18 03:19 GMT

गुरुवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (डीएमई) के कार्यों में हुई प्रगति की समीक्षा की। इस मौके पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब एक पत्रकार ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से पत्रकारों के लिए टोल फ्री करने की मांग की तो मंत्री ने सीधे तौर पर ऐसा करने से इंकार कर दिया। नितिन गडकरी ने पत्रकार को अंगुली दिखा, कहा: 'तुमको बिल्कुल नहीं मिलेगा, फोकट क्लास का मैं समर्थक नहीं हूं, ये धंधा बंद है।' मंत्री ने साफ किया कि अच्छी सड़क चाहिए तो पैसा देना पड़ेगा।

बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा में लगने वाला समय 24 घंटे से कम होकर करीब 12 घंटे रह जाएगा। आठ लेन का यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात से होकर गुजरेगा। गडकरी ने यह भी कहा कि सड़क मंत्रालय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र-दिल्ली में यातयात जाम और वायु प्रदूषण की समस्या को कम करने के लिए 53,000 करोड़ रुपये की 15 परियोजनाओं पर काम कर रहा है।
कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी मौजूद थे। मंत्री ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश के लिये गर्व की बात है और यह एक्सप्रेसवे भारत में सबसे लंबा होगा। टोल से जुड़े एक सवाल के जवाब में गडकरी ने कहा, ''अगर आप अच्छी सेवाएं चाहते हैं, आपको उसके लिये भुगतान करना पड़ेगा। अगर आप एयर कंडीशन युक्त हॉल में कार्यक्रम करना चाहते हैं, उसके लिये आपको किराया देना पड़ता है। अन्यथा, आप खुले मैदान में भी शादी का आयोजन कर सकते हैं।''
मंत्री ने कहा कि एक्सप्रेसवे पर वाहनों की न्यूनतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। सड़क मंत्रालय इसे बढ़ाकर 120 किलोमीटर प्रति घंटा करने पर विचार कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यातायात बढ़ता है तो आठ लेन के एक्सप्रेसवे में चार और लेन जोड़ने पर विचार किया जा सकता है।
पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतों के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि इस देश के किसान पेट्रोल और डीजल के विकल्प उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा, "जल्द ही भारत में ऑटो रिक्शा 100 प्रतिशत बायो-मेथनॉल पर चलेंगे।" गडकरी ने यह भी घोषणा की कि अब तक आंशिक रूप से खुला दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे अगले महीने पूरी तरह से खोल दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, ''मैं अगले महीने इसका उद्घाटन करने जा रहा हूं … अब, 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया एक्सप्रेसवे दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा के समय को कम कर 40 मिनट कर देगा।''
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के मार्च 2023 तक पूरा होने की संभावना है। इसे भारतमाला परियोजना के पहले चरण के हिस्से के रूप में बनाया जा रहा है। हाल ही में जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 98,000 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा, 1,380 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा।
बयान में कहा गया है कि यह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और वित्तीय राजधानी मुंबई के बीच संपर्क को बढ़ाएगा। इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत 2018 में हुई और शिलान्यास 9 मार्च 2019 को किया गया। बयान के मुताबिक 1,380 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग में से 1,200 किलोमीटर के लिये ठेके दिये जा चुके हैं।


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