Mahakumbh : मुख्य स्नान पर्व पर कोई प्रोटोकॉल नहीं होगा, संतों पर पहले की तरह पुष्प वर्षा की जाएगी
Prayagraj प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि महाकुंभ मेले में मुख्य स्नान पर्व के दौरान कोई प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा और इस अवसर पर संतों और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जाएगी। प्रयागराज में समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि मेला लगभग आकार ले चुका है और 7,000 से अधिक संगठन आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि मेला प्राधिकरण द्वारा 1.5 लाख से अधिक टेंटों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि देश और दुनिया भर से लोग प्रयागराज महाकुंभ में आने के लिए उत्सुक हैं। आदित्यनाथ ने प्रयागराज के लोगों से महाकुंभ के दौरान आतिथ्य के साथ-साथ स्वच्छता का उत्कृष्ट उदाहरण पेश करने की अपील करते हुए कहा कि इस बार उन्हें 2019 के कुंभ में पेश किए गए उदाहरण से बेहतर अवसर मिल रहा है।
महाकुंभ में प्रत्येक तीर्थयात्री और पर्यटक की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए आदित्यनाथ ने कहा, "चाहे वह भारतीय हो या विदेशी, एनआरआई हो या प्रयागराज का निवासी, महाकुंभ में बिना किसी भेदभाव के सभी की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है।" महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने एक-एक करके सभी विभागों के कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।
उन्होंने अधिकारियों को सभी रेहड़ी-पटरी वालों, ऑटो-रिक्शा और ई-रिक्शा चालकों का पुलिस सत्यापन तेजी से पूरा करने के निर्देश भी दिए। आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं से चिढ़ने वाले लोग महाकुंभ के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं, उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए। मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने मुख्यमंत्री को बताया कि सभी अखाड़ों, महामंडलेश्वर, खालसा, दंडीबाड़ा, खाकचौक और अन्य संस्थाओं को भूमि आवंटन का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि प्रयागवाल और अन्य नई संस्थाओं को आवंटन का कार्य चल रहा है। प्रयागराज दौरे के दौरान उन्होंने मां गंगा का अभिषेक और पूजा की और बड़े हनुमान जी के दर्शन किए। इससे पहले उन्होंने नैनी के अरैल में बायो सीएनजी प्लांट का उद्घाटन किया।