एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव के सोशल मीडिया में 10 लाख फाॅलोअर्स, इनको पीछे छोड़ा

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Update: 2022-04-14 14:54 GMT

राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव के सोशल मीडिया पर फाॅलोअर्स का आंकड़ा आज 10 लाख को पार कर गया है। उपेन यादव लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और भाजपा सांसद किरोड़ीलाल मीणा से बहुत आगे निकल गए है। राजस्थान में सीएम गहलोत और सचिन पायलट के बाद सबसे ज्या रिट्वीट और लाइक उपेन यादव को मिलते हैं। कई जिलों की आबादी से ज्यादा फाॅलोअर्स उपेन यादव के है। उपेन यादव न विधायक है और न ही सांसद। सिर्फ प्रदेश के बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के संघर्ष ने ही उपेन यादव को सोशल मीडिया का बाॅस बना दिया। उपेन यादव युवाओं की आवाज है और सरकार से सीधा टकराते हैं। बस यही पहचान है।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और किरोड़ी को पीछे छोड़ा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के 5 लाख 62 हजार 600, भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को 4 लाख 17 हजार 500, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के 5 लाख 65 हजार, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के 4 लाख 23 हजार और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल के 2 लाख 80 हजार फाॅलोअर्स है। उपेन यादव इन सबसे आगे है। सोशल मीडिया पर पूर्ल सीएम वसुंधरा राजे के 47 लाख, सचिन पायलट के 38 लाख, अशोक गहलोत के 37 लाख, पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के 17 लाख, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के 12 लाख और आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल के 12 लाख 80 हजार फाॅलोअर है। उपेन यादव इनसे पीछे हैं।
किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं
उपेन यादव किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं रखते हैं। युवाओं के हितों के लिए आंदोलन करते है और सरकारों को झुकाते हैं। पूरे मनोयोग और सक्रियता के साथ भविष्य की संभावनाएं बनाई और बढ़ाई। उपेन यादव के 10 लाख फालोअर्स हो गए है। उपेन यादव ने राजस्थान के 195 विधायक और 24 सांसदों को भी पीछे छोड़ दिया है। उपेन यादव के ट्वीटर पर 6 लाख, यूट्यूब पर 1 लाख, 42 हजार, फेसबुक पर प्रोफाइल 1 लाख 7 हजार और फेसबुक पेज पर 1 लाख, 39 हजार फाॅलोअर्स है। जबकि इंस्टाग्राम पर 13 हजार 700 फाॅलोअर्स है।
गहलोत और पायलट से ज्यादा मिलते है लाइक
सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बाद सबसे ज्यादा सर्च किए जाते हैं। पायलट और गहलोत के बाद रिट्वीट, लाइक और इंप्रेशन करते हैं। उपेन यादव सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल के बाद सबसे ज्यादा फाॅलो किए जाने वाली शख्शियत है।
प्रभावशावी क्यों है उपेन यादव
देश के अन्य राज्यों की तरह राजस्थान में भी बेरोजगारी की समस्या ज्यादा है। राज्य में लगभग हर भर्ती विवादों में रहती है। रीट भर्ती परीक्षा हो या फिर आरएएस भर्ती परीक्षा। उपेन यादव ने कई सालों से अटकी भर्तियों को पूरा करवाया। बेरोजगारों को रोजगार दिलवाया। पिछली वसुंधरा राजे सरकार से टकराए। इस बार रीट भर्ती को लेकर गहलोत सरकार से दो-दो हाथ कर लिया। उपेन यादव के लगातार विरोध की वजह से ही गहलोत सरकार एंटी चीटिंग बिल लेकर आई है। जिसमें नकर गिरोह और पेपर लीक करने वालों के लिए 10 लाख से लेकर 10 करोड़ रुपये तक जुर्माना का प्रावधान किया गया है।
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