BREAKING: नौकरी दिलाने के नाम पर युवक से 6 लाख की ठगी, अधिकारी भी परेशान
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Kanpur. कानपुर। रोजगार दिलाने के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाला सक्रिय है. नौकरी के लालच में युवक अक्सर इन ठगों की जाल में फंस जाते हैं. इसी तरह का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जब कानपुर के स्टेट जीएसटी कार्यालय में एक ज्वाइनिंग लेटर दाखिल हुआ. युवक का ज्वाइनिंग लेटर देखकर अधिकारी भी दंग रह गए, इसकी वजह यह थी कि वह ज्वाइनिंग लेटर फर्जी था. अधिकारी ने जब युवक को बताया कि वो ठगी का शिकार हुआ है और ये ज्वाइनिंग लेटर फर्जी है. यह सुनकर युवक के पैरों तले से जमीन खिसक गई. पीड़ित युवक ने बताया कि उससे कुछ लोगों ने नौकरी दिलाने के लिए संपर्क किया था. उसके साथ अन्य 50 युवाओं को नौकरी देने के नाम पर 5100 रुपये फीस ली गई और फिर ज्वाइनिंग दिलाने लिए 6- 6 लाख रुपये वसूल गए हैं. पीड़ित युवक की बात सुनकर अधिकारी भी दंग रह गए.
दरअसल, ये पूरा मामला कानपुर के स्टेट जीएसटी कार्यालय का है, जहां एक युवक को पहले तो 5100 रुपये बतौर फीस मांगी गई और बाद में उसे सरकारी क्लर्क की नौकरी के लिए 6 लाख रुपये देने की मांग की गई. युवक ने ठगों के कहने पर रुपये भी दे दिए और इसके बाद उसे पोस्ट के माध्यम से नियुक्ति पत्र मिला. स्टेट जीएसटी कार्यालय में फर्जी नियुक्त पत्र लेकर युवक ज्वाइनिंग के लिए कानपुर पहुंच गया. हालांकि, स्टेट जीएसटी कार्यालय में अधिकारियों ने उसके दस्तावेजों की जांच की, तब पता चला कि उसे ठगा गया है. इस तरह से गिरोह ने 50 और युवकों से लाखों की रुपये की ठगी की है.
कानपुर में इस फर्जीवाड़े के बाद पीड़ित बेरोजगार युवकों के पैरों तले से जमीन खिसक गई. बताया जा रहा है कि लगभग पचास बेरोजगार युवक-युवतियों को इश्तिहार देकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा गया. जालसाजों ने युवाओं को बताया कि सरकारी विभाग में क्लर्क की नौकरी निकली है और इसके लिए सीधी भर्ती प्रक्रिया चल रही है. पीड़ितों से कहा गया कि पहले 5100 रुपये फीस देनी होगी जिसके साथ फॉर्म दिया जाएगा और नियुक्ति पत्र से पहले प्रति उम्मीदवार को 6 लाख रुपये देने होंगे.
जालसाजों ने युवाओं को पोस्ट द्वारा नियुक्ति पत्र भेजा गया और कानपुर के एक होटल में 50 से अधिक युवाओं के साथ मीटिंग की और फिर यहीं से ज्वाइनिंग का सिलसिला शुरू हुआ. ज्वाइनिंग प्रक्रिया के दौरान युवक के पास एक नियुक्ति पत्र भेजा गया, जिसमें विभाग की मोहर और मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस डिपार्टमेंट की ओर से पत्र भी शामिल था और अभ्यार्थी का नाम लिख ज्वाइनिंग कराए जाने का निर्देश दिए गए थे. पीड़ित युवकों के जरिये उपलब्ध कराए गए नियुक्ति पत्र देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए. इसकी वजह यह है कि न तो सीधी भर्ती की प्रक्रिया चल रही है और न ही नियुक्ति पत्र असली था.
कानपुर एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 एसजीएसटी आरएस विद्यार्थी ने बताया कि उनके विभाग समेत अन्य विभागों में कोई भी सीधी भर्ती प्रक्रिया नहीं चल रही है और नियुक्ति पत्र लेकर आए हुए अभ्यार्थी के पास फर्जी नियुक्ति पत्र है, जो मान्य नहीं हैं. अभ्यार्थी के साथ बड़ा फ्रॉड हुआ है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में लेखा विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा. उन्होंने ठगी के शिकार सभी पीड़ित युवाओं से इसकी शिकायत पुलिस में करने की सलाह दी है. कानपुर में ठगों ने विक्रम समेत 50 से अधिक युवाओं से क्लर्क की नौकरी के नाम पर 5100 रुपये और 6 लाख रुपये ठग लिए. इस घटना के बाद पीड़ित युवक सकते में है. पीड़ित विक्रम ने बताया कि ठगों ने होटल में मीटिंग कर ज्वाइनिंग लेटर भेजे, जो बाद में फर्जी निकले. अब वह इसकी पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे.