हालात के आगे बेबस हुई बेटी...बारात से पहले ही पिता की मौत, मजबूरी में दुल्हन ने लिए सात फेरे

बारात आने से पहले पिता की मौत

Update: 2021-04-27 07:20 GMT

बिहार के सारण में एक ऐसा मामला समाने आया है जिसे सुनकर किसी की भी आंखें भर आएंगी. सारण के अमनौर पंचायत के खोरी पाकर गोविंद गांव में बेटी की बारात आने से पहले ही पिता की मौत (Father's Death Before Daughter's Marriage) हो गई. बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक की वजह से दुल्हन के पिता की बारात आने से पहले ही मौत हो गई. बेबसी का आलम ये था कि दुख में डूबी बेटी को सात फेरे लेकर पति के साथ विदा होना पड़ा.

बताया जा रहा है कि गांव के बच्चा सिंह की बेटी रिंकू की बारात आने वाली थी. उससे पहले ही उसकी हार्ट अटैक मौत (Death By Heart Attack) हो गई. परिवार की गरीबी को देखते हुए गांव वालों ने शादी टालना सही नहीं समझा और मंदिर में बेटी की शादी करवा दी. पिता की अर्थी उठने से पहले ही घर से बेटी की डोली उठ गई. बेटी के विदा होने के बाद ही पिता का अंतिम संस्कार किया गया.
बारात आने से पहले पिता की मौत
22 अप्रैल को रिंकू का तिलक बहुरैली शेखपुरा गांव के रहने वाले गुड्डू कुमार से हुआ था. सोमवार को दोनों की शादी होनी थी, लेकिन बारात आने से पहले ही उनके दुल्हन के घर में अनहोनी हो गई. उसके सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया. गम में डूबी बेटी की शादी गांव वालों ने मंदिर में संपन्न करवाई और उसको विदा किया.
सोमवार को शादी होनी थी और अचानक पिता की मौत से पूरा परिवार सदमे में डूब गया. पूरे गांव में कोहराम मच गया. लड़के वालों को जैसे ही इस बात की खबर लगी तो उनका कहना था कि शादी रोकने से दोनों का बहुत नुकसान होगा, साथ ही शादी रोकने से काफी परेशानी होगी. हालात को देखते हुए गांववालों ने लड़की की शादी मंदिर में संपन्न करवाई.
पिता की अर्थी से पहले उठी बेटी की डोली
बेटी की शादी तक पिता की अर्थी घर में ही रखी रही जैसे ही बेटी ससुराल विदा हुई तक जाकर पिता का अंतिम संस्कार गांव वालों ने करवाया. पिता की मौत से दुखी और बेबस बेटी ने शादी के बाद पैर छूकर अपने पिता का आशीर्वाद लिया और ससुराल के लिए विदा हो गई. लाचार और बेबस बेटी हालात के आगे इतनी मजबूर थी कि चाहते हुए भी वह पिता के पास नहीं रुक सकी.


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