पाकिस्तान के पेशावर में दो सिखों की गोली मारकर हत्या, मोदी सरकार से की गई ये अपील
पेशावर: पाकिस्तान के पेशावर में रविवार सुबह अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर दो सीखों की हत्या कर दी. घटना खैर पख्तूनख्वा प्रांत की है. वारदात के बाद भारत के पंजाब में सिखों में आक्रोश है. मुख्यमंत्री भगवंत मान और पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सिखों की हत्या की निंदा की है. साथ ही उन्होंने भारत सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. पेशावर में पिछले आठ महीने में सिख समुदाय पर इस तरह का यह दूसरा हमला है. सितंबर 2021 में एक सिख हकीम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी
मृत सिखों की पहचान रंजीत सिंह (42) और कुलजीत सिंह (38) के रूप में हुई है. ये दोनों सरबंद इलाके के बट्टा ताल चौक पर मसाला बेचते थे. बताया जा रहा है कि ये सुबह दुकान पर पहुंचे थे, इसी दौरान दो हमलावर मोटरसाइकिल पर आए और उन पर गोलियां चला दीं. उधर, वारदात की जानकारी के बाद पाकिस्तानी पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई. फिलहाल, ये पता नहीं चल पाया है कि वारदात को क्यों अंजाम दिया गया है.
बता दें कि पेशावर में लगभग 15 हजार सिख रहते हैं. इनमें से ज्यादातर खैर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी जोगन शाह के पास रहते हैं. यहां के अधिकतर सिख व्यवसाय से जुड़े हैं जबकि कुछ फार्मेसियां भी चलाते हैं.
उधर, वारदात की जानकारी के बाद खैर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने हमले की कड़ी निंदा की है और पुलिस को दोषियों की गिरफ्तारी के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया है. उन्होंने घटना को सौहार्द बिगाड़ने की साजिश करार देते हुए कहा कि मृतकों के परिवारों को न्याय दिलाया जाएगा.
पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट की ओर से आयोजित वार्षिक सुरक्षा आकलन रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में पिछले साल चरमपंथ की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट में पाया गया कि 2020 की तुलना में 2021 में 57 फीसदी अधिक चरमपंथी घटनाएं हुईं.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी घटना की निंदा की है और विदेश मंत्री एस जयशंकर से पाकिस्तान से बात करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि मैं पेशावर पाकिस्तान में दो सिख युवकों की भीषण हत्या की कड़ी निंदा करता हूं. मैं हमारे विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर से भी अनुरोध करता हूं कि वे पाकिस्तान से बात करें और पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख अल्पसंख्यकों की चिंता और सुरक्षा सुनिश्चित करें.
वहीं, भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान में सिखों की एक और हत्या. पेशावर में दो दुकानदारों रंजीत सिंह और सालजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई, यह अत्यंत निंदनीय है. मैंने हमेशा कहा है कि पाकिस्तान की सरकार सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित किए बिना केवल बातें करती हैं. पीएमओ से अनुरोध है कि वे मामले को गंभीरता से लें.
पिछले साल सितंबर में एक सिख हकीम (यूनानी चिकित्सक) की पेशावर में उसके क्लिनिक के अंदर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं, 2018 में सिख समुदाय के एक प्रमुख सदस्य चरणजीत सिंह की पेशावर में अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी. 2020 में न्यूज चैनल के एंकर रविंदर सिंह की हत्या कर दी गई थी.
2016 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ नेशनल असेंबली के सदस्य सोरेन सिंह की भी पेशावर में हत्या कर दी गई थी. 2017 की जनगणना के अनुसार, पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़े धार्मिक अल्पसंख्यक हैं.