दो भाइयों को पेट्रोल से जिंदा जलाया, कातिलों तक ऐसे पहुंची पुलिस
हत्या का खुलासा
यूपी। कानपुर सेन पश्चिम पारा के कसिगवां में मौसेरे भाइयों की जलकर मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने बताया कि शराब की बोतल, कंडोम कमरे में रखकर दोनों भाइयों को दस लीटर पेट्रोल से जलाया गया था. शुरुआती जांच में लग रहा था कि किसी वजह से आग लगने से दोनों भाइयों की मौत हुई है. लेकिन घटना के पांच दिन बाद फोरेंसिक जांच और घटनास्थल पर मिले सबूतों से पता चला कि दोनों भाइयों को जिंदा जलाकर मौत के घाट उतारा गया था.
इस मामले पर ज्यादा जानकारी देते हुए डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया कि हत्यारे ने दोनों मौसेरे भाइयों को जलाने के लिए पहले फूल प्रूफ प्लान बनाया था. हत्यारों ने पहले मृतकों के पास एक शराब की बोतल, कंडोम का पैकेट राख. फिर दस लीटर पेट्रोल डालकर उन्हें जिंदा जला दिया. इतना ही नहीं उन पर प्लास्टिक के पैकेट में भरकर पेट्रोल फेंका जिससे उनकी पहचान न हो सके. इस हत्याकांड का खुलासा कानपुर पुलिस ने रविवार को किया. 20 मार्च को शहर के सेन पश्चिम पारा इलाके के कसिगवां में दो मौसेरे भाई अनिल उर्फ सुनील और राज को उनके चचेरे भाई विनोद ने अपने पिता बबलू के साथ मिलकर जिंदा ही फूंक दिया था. पुलिस को सूचना मिली थी कि दो युवकों की आग से जलकर मर गए हैं. पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां दोनों की बॉडी बुरी तरह जली हुई थी घर का सामान भी जला हुआ था.
मृतक सुनील के परिजनों ने पुलिस को बताया कि आखिरी बार सुनील ने अपनी मंगेतर से फोन पर बात की थी. जिसमें उसने यह कहकर रात में फोन बंद किया था कि कुछ लोग उसके घर के बाहर खड़े हैं. उसने अपनी मंगेतर को यह भी बताया कि उसका अपने चचेरे भाई विनोद और चाचा बदलू से विवाद भी चल रहा है. इस एंगल से पुलिस ने जांच शुरू की फिर फोरेंसिंक जांच से कुछ सबूत मिले. जांच में पुलिस ने पाया कि जिस घर में आग लगी थी उसका दरवाजा खुला था और किसी कारण आग लगी थी तो ये लोग भागे क्यों नहीं. अगर खुद भी आग लगाई थी तो दरवाजा बंद क्यों नहीं किया था. इसके अलावा मंगेतर से बात करते समय सुनील ने यह क्यों कहा था कि कुछ लोग बाहर खड़े हैं. पुलिस ने जब मृतकों के परिजनों की शिकायत पर विनोद और उसके पिता बदलू के बारे में जांच शुरू की तो पता चला उस रात उनके पास कल्याण सिंह नाम का भी कोई शख्स आया था. पुलिस ने इन दोनों को बुलाकर सख्ती से पूछताछ की तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया.
डीपी रविंद्र कुमार ने बताया है कि सुनील और राज अपने चचेरे भाई विनोद से गाली देकर बात करते थे. जिससे वह काफी परेशान रहे रहा था. विनोद ने दोनों की हत्या का प्लान बनाया, इसके लिए उसने दो बार अपनी बाइक में दो बार पेट्रोल फुल कराया था. 19 मार्च को सुनील अपने घर में कुछ काम कर रहा था और रात में वह अपने कमरे में दरवाजा खोलकर अपने मौसी के लड़के राज के साथ सो गया. दोनों को साथ सोता देख विनोद ने उनके बिस्तर के पास एक दारू की बोतल और कंडोम के पैकेट रखा. फिर बाल्टी में पेट्रोल भरकर उन पर उटल दी. जब तक वो कुछ समझ पाते हमने उन्हें आग लगा दी. विनोद ने बताया कि उनका प्लान था कि पुलिस जांच करेगी तो पाएगी कि दोनों दारू पी रहे थे. कंडोम इसलिए रखा कि जिससे यह पता चला कि ये कमरे में किसी लड़की लेकर आए होंगे. लेकिन पुलिस ने घटना की गहराई से जांच की और पांच दिन बाद आरोपी विनोद और उसके पिता बदलू को गिरफ्तार कर लिया.