वकील गिरफ्तार, फर्जी जमानत पत्र से अभियुक्त को छुड़ाने का केस

इसके बाद पुलिस ने वकील के साथ एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया.

Update: 2022-05-03 03:17 GMT

पटना: बिहार के बांका (Bihar Banka) में फर्जी जमानत पत्र से अभियुक्त को छुड़ाने का मामला सामने आया है. पुलिस के अनुसार, यहां एक वकील और एक अन्य व्यक्ति एक आरोपी की जमानत कराने पहुंचे. जब जमानत स्लिप पुलिस (Police) को दी तो पुलिस को शक हुआ. पुलिस ने जब जमानत स्लिप (Bail slip) की जांच कराई तो वह फर्जी निकली. इसके बाद पुलिस ने वकील के साथ एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया.

जानकारी के अनुसार, दो वर्ष पूर्व बांका थाने में एक केस दर्ज कराया गया था. इसमें आठ आरोपियों को फर्जी कागजात के आधार पर बेल दिलाने का झांसा दिया गया था, लेकिन बीती रात फर्जी कागजों के आधार पर छूट चुके शीलधर यादव को बांका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद उसे बंद कर दिया. सोमवार को शीलधर यादव की गिरफ्तारी की जानकारी होने पर उसका रिश्तेदार पंचू यादव और वकील विकास साह बांका थाने पहुंचे. उन्होंने जमानत की स्लिप थाना प्रभारी को दिखाई.
इसके बाद जमानत वाले कागज को लेकर पुलिस को शक हुआ. पुलिस ने उस कागज की जांच कराई. पुलिस की जांच में जमानत स्लिप (Fake bail slip) फर्जी निकली. इसके बाद तत्काल दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार अधिवक्ता इससे पहले भी ऐसी करतूतों को अंजाम दे चुका है. पहले वकील को चेतावनी मिल चुकी थी. किसी भी अभियुक्त की जमानत का ठेका ले लिया और कोर्ट से फर्जी जमानत तैयार कर बेल करवाई है.
बांका थाने के ASI आलोक कुमार के बयान पर दोनों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. इस मामले में आरोपी वकील ने कहा कि जमानत की स्लिप उसकी नहीं किसी और वकील की है. वहीं थानाध्यक्ष शंभु यादव ने कहा कि फर्जी जमानत के आधार पर अभियुक्त को छुड़ाना आपराधिक कृत्य है, इसे लेकर जांच चल रही है. बहुत जल्द दोनों को जेल भेजा जाएगा.
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