PMO, केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को किया ट्वीट, कर्मचारी ने मांगी मदद

Update: 2022-05-29 07:05 GMT

रुद्रपुर: रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा प्रतिसार निरीक्षक, मुंशी और एक अन्य कर्मी पर मारपीट के आरोप का मामला तूल पकड़ने लगा है। कर्मचारी ने प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को ट्वीट कर इन लोगों से जान का खतरा जताया है। मामले में एसएसपी के निर्देश पर पहले ही जांच शुरू की जा चुकी है।

पुलिस लाइन रुद्रपुर में अनुचर दीपक उप्रेती पुत्र शेखर चन्द्र उप्रेती मूल निवासी ग्राम चिल (पितौली) जिला अल्मोड़ा कुक का काम करता है। दीपक ने कुछ दिन पहले एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में कहा था कि वह प्रतिसार निरीक्षक के आदेश पर पर किसी थाने, किसी कोतवाली या किसी उच्चाधिकारी के घर पर अपनी सेवाएं देते रहे हैं।
आरोप था कि 20 अप्रैल को प्रतिसार निरीक्षक ने उन्हें पुलिस के एक उच्चाधिकारी की पत्नी के घर घरेलू काम करने के लिये जाने को कहा। दीपक के अनुसार उनकी पत्नी की तबीयत खराब थी, इसके चलते उन्होंने छुट्टी मांगी। आरोप है कि उन्हें जबरन उच्चाधिकारी की पत्नी के घर काम के लिये ले जाया गया। लौटने पर उन्होंने शिकायत की बात कही तो निरीक्षक, स्टोर मुंशी और अन्य कर्मियों ने लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा। दूसरी ओर, प्रतिसार निरीक्षक ने उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर बताया है कि दीपक एक अप्रैल से बिना सूचना के ड्यूटी से गायब हैं। इस पर एसएसपी ने दोनों ही शिकायतों पर जांच के आदेश दे दिये थे।
अब दीपक ने प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और सीएम पुष्कर सिंह धामी को टैग कर ट्वीट किये हैं। इनमें दीपक ने कार्रवाई की मांग करते हुये जान का खतरा जताया है। कहा कि उनका अप्रैल का वेतन भी रोक दिया गया है। दीपक के इस ट्वीट से मामले ने तूल पकड़ लिया है।
मामले में उक्रांद नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट से साफ है कि दीपक को बुरी तरह पीटा गया है। कहा कि मामले में पुलिस शिकायत प्राधिकरण और मानवाधिकार आयोग से भी शिकायत की जायेगी। उक्रांद महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सुलोचना इष्टवाल और नेता गौरव तिवारी ने कहा कि मामले में पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई की जानी चाहिये। तीनों ने कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुयी तो उक्रांद प्रदेशभर में आंदोलन शुरू करेगा।
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि विभागीय जांच में प्राथमिक तौर पर पता चला है कि दीपक वरिष्ठ अधिकारियों के यहां ड्यूटी का बहाना बनाते हुये पुलिस लाइन प्रतिसार निरीक्षक और मुंशियों को गुमराह कर करीब डेढ़ साल तक उत्तराखंड से बाहर थे। वहीं, दीपक ने जो आरोप लगाये हैं, वे संवेदनशील हैं। उनके आरोपों पर राजपत्रित अधिकारी जांच कर रहे हैं। दोनों मामलों में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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