सड़कों पर उतरे आदिवासी, ढोल बजाकर करने लगे विरोध

Update: 2022-04-16 04:18 GMT

उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर जिले के जनजाति क्षेत्र कोटड़ा के झेड और धधमता पंचायत के बूझा-चक सांडमारिया में प्रस्तावित बांध निर्माण की राज्य सरकार ने बजट सत्र में घोषणा की थी. जिसको लेकर दोनों पंचायतों के कई परिवारों में विस्थापित होने का डर है. मामले को लेकर ग्रामीणों ने ढोल को विरोध का जरिया बनाया और ढोल बजाते हुए कोटड़ा के मुख्य मार्ग रतलाम स्वरूपगंज 927 ए को जाम कर दिया और जमकर नारे लगाये.

आपको बता दें कि अनुसूचित क्षेत्र कोटडा के बूझा और चक सांडमारिया में बजट के दौरान सरकारने बांध निर्माण की घोषणा की गयी थी. बांधों के चलते कई गांव डूब क्षेत्र में आ जाएंगे. जिसपर पर आदिवासी किसानों कहना है कि उनके बाद दो या तीन बीघा खेती लायक जमीन है, वो भी उसके हाथ से निकल जाएगी. गरीब आदिवासी की जिंदगी बद से बदतर हो जाएगी और वो दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो जाएगें. इस दौरान मांडवा चौराहे पर भारी संख्या में आदिवासी लोग जमा हुए और विरोध जताते हुए प्रशासन को चेतावनी भी दी.
प्रदर्शन करने वालों में झाडोल विधायक बाबूलाल खराडी, प्रधान सुगनादेवी, पूर्व प्रधान मुरारी लाल जी, मण्डल अध्यक्ष कोटडा निर्मलसिंह गरासिया, कुकावास सरपंच रविन्द्र कुमार, झेड सरपंच अलीचंद बुम्बरिया, तिलरवा सरपंच अंबियाराम, बाखेल सरपंच देवीलाल कोदरमाल सरपंच निर्मल बुम्बरिया, धधमता सरपंच भामाराम खैर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता लक्मीलाल बुम्बरिया समेत कई वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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