लाहुल में पूर्व मंत्री के मैदान में उतरने से त्रिकोणीय हुआ मुकाबला

Update: 2024-05-09 09:53 GMT
केलांग। कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद अब पूर्व मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय बतौर आजाद प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। अपने समर्थकों से फीडबैक लेने के बाद बुधवार को उन्होंने एक वीडियो जारी कर निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया। उनके चुनावी समर में कूदने से अब लाहुल-स्पीति में मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार बन गए हैं। डा. मार्कंडेय 13 मई को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। चुनाव लडऩे का ऐलान करते मार्कंडेय ने कहा कि भाजपा ने उन्हें भरोसा दिया था कि पार्टी टिकट को लेकर पुर्नविचार कर रही है।

लेकिन अंत में पार्टी से जबाव मिला कि टिकट को नहीं बदला जा रहा है।उसी बीच मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू से उनका संपर्क हुआ और सीएम ने उन्हें कांग्रेस से टिकट देने का भरोसा दिया और कांग्रेस पार्टी उन्हें चार मई तक टिकट देने का झांसा देती रही। अब समर्थकों के दबाव के बाद मैंने निर्दलीय चुनाव लडऩे का फैसला लिया है। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार ने 1500 के नाम पर नारीशक्ति को ठगने का काम किया है। रामलाल मार्कंडेय अब तक छह विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। इनमे उन्हें तीन बार जीत और तीन बार हार मिली है। साल 2022 के चुनाव में वह रवि ठाकुर से 1616 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए थे। माना जाता है कि लाहुल-स्पीति में उनके पास एक सम्मानजनक वोट बैंक मौजूद है।
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