कोरोना मरीजों के शवों के साथ जानवरों की तरह बर्ताव, परिजनों से कहा, खुद ले जाएं शव, पढ़े कहां हुआ ऐसा?
इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है.
तमिलनाडु के थेनी जिले के सरकारी अस्पताल से इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. अस्पताल में कोरोना मरीजों के शवों के साथ न सिर्फ जानवरों की तरह सलूक किया जा रहा है, बल्कि उनके परिजनों के साथ भी दुर्व्यवहार किया जा रहा है.
जानकारी मिली है कि थेनी मेडिकल कॉलेज की मॉर्चरी में ढेरों कोरोना मरीजों के शव पड़े हुए हैं. ये शव जमीन पर पड़े हुए हैं. इतना ही नहीं, अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को कहा है कि वो खुद आकर शव को पहचानें और यहां से ले जाएं. मतलब अस्पताल प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से न सिर्फ पल्ला झाड़ रहा है, बल्कि कोरोना मरीजों के शव और उनके परिजनों के साथ बदसलूकी भी कर रहा है और उन्हें भी खतरे में डाल रहा है.
परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की ओर से उनसे कहा गया है कि वो खुद मॉर्चरी आएं. शव को पहचानें और यहां से ले जाएं.
वहीं, मामला सामने आने के बाद अस्पताल के डीन बालाजी नाथन का कहना है कि इस मामले में जो भी शामिल हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए एक मजदूर को हटा दिया गया है जबकि स्टाफ के दो कर्मचारियों के खिलाफ डिपार्टमेंटल एक्शन की तैयारी की जा रही है.
हालांकि, अस्पताल की मॉर्चरी के कमरे में शवों का ढेर क्यों लगाया गया और उनके परिजनों से शवों की पहचान कर खुद ले जाने को क्यों कहा गया? इस बारे में अस्पताल की ओर से कुछ नहीं कहा गया है.
थेनी जिले में अब तक कोरोना के 36,908 मामले सामने आ चुके हैं और 362 मरीजों की मौत हो चुकी है. यहां एक्टिव केसों की संख्या 5,579 है.