IOCL की रिफाइनरी से निकली जहरीली गैस, किसान बोले- बर्बाद हो गई फसल, कर रहे मुआवजे की मांग
हरियाणा में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) की एक रिफाइनरी से निकलने वाले गैस की वजह से किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा है
हरियाणा में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) की एक रिफाइनरी से निकलने वाले गैस की वजह से किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा है। IOCL के पानीपत में स्थित रिफाइनरी के नजदीक बसे 6 गांव के किसानों ने यह दावा करते हुए मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। इन किसानों का कहना है कि रिफाइनरी से निकलने वाले जहरीली गैस की वजह से करीब 1500 एकड़ में लगी उनकी फसल को नुकसान पहुंचा है।
रिफाइनरी से निकली जहरीली गैस
कुटाना, बोहाली, डडलाना, सिहपुरा, सिथाना और रारेकालान गांव के किसानों ने इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया है। किसानों ने रिफाइनरी के प्रवेश द्वार के बाहर प्रदर्शन किया और नष्ट हुए फसल के लिए मुआवजे की मांग की है। किसान नेता जगदीप सिंह औलक ने आरोप लगाया है कि रिफाइनरी से निकलने वाली गैस की वजह से सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं की फसल सूख गई।
उनका आरोप है कि स्थानीय किसानों का कहना है कि यह गैस 14-15 फरवरी की रात निकली है जिसकी वजह से फसल बर्बाद हुई है। यहां तक कि कुछ स्थानीय किसानों को आंख में जलन की समस्या भी आई थी। उनका यह भी आरोप है कि गैस का असर सभी फसलों पर देखा जा सकता है, खासकर गेहूं और सरसो की फसल पर।
आंदोलन तेज करने की चेतावनी
उन्होंने कहा कि इससे पहले स्थानीय किसानों ने रिफाइनरी के अधिकारियों के सामने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की थी लेकिन अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी जिसकी वजह से उन्हें अब यह विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है। जगदीप सिंह ने चेतावनी दी है कि अगर रिफाइनरी की तरफ से किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया तब वो अपने आंदोलन को और तेज कर देंगे।
प्रभावित क्षेत्र के मुआयने के लिए प्रबंधन तैयार
हालांकि, किसानों के कई घंटों तक प्रदर्शन के बाद रिफाइनरी प्रबंधन ने किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की। प्रबंधन प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना करने के लिए राजी हो गया है। प्रबंधन की तरफ से कहा गया है कि वो कृषि विशेषज्ञों के जरिए प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना कराएगा। इसके लिए उसने प्रदर्शकारी किसानों से 2 दिन की मोहलत मांगी है।
दूसरी तरफ रिफाइनरी के अधिकारियों ने किसानों के आरोपों को आधारहीन बताया है और कहा है कि रिफाइनरी से कभी जहरीली गैस नहीं निकलती है। उनका कहना है कि बारिश या खराब मौसम की वजह से फसलों को नुकसान पहुंचा होगा। लेकिन बावजूद इसके वो लोग प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कराएंगे और इसके लिए रिफाइनरी अधिकारियों की एक टीम बना दी गई है।