भैयादूज पर आज भाई के माथे पर तिलक लगाकर आरती करेंगी बहनें

Update: 2024-11-03 12:07 GMT
Solan. सोलन। शनिवार को भैयादूज पर जिलाभर में उत्सव का माहौल बना रहा। यह पर्व दिवाली के दो दिन बाद कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी आरती करती हैं और उनकी लंबी उम्र और सुखद भविष्य की कामना करती हैं। सोलन के बाजारों में इस अवसर पर विभिन्न प्रकार की गिफ्ट आइटम्स की भरपूर उपलब्धता देखी गई। भाई अपनी बहनों के लिए विशेष उपहार खरीदने में जुटे रहे, जिसमें चांदी और सोने के आभूषण शामिल हैं। इस बार पर्सनलाइज्ड गिफ्ट्स की भी मांग अधिक रही, जैसे फोटोफ्रेम, पिलो और मग्ज। भाई दूज पर चॉकलेट का भी खासा क्रेज देखने को मिला, जिससे बेकरी में चॉकलेट हैंपर और स्पेशल चॉकलेट बुक करवाने वालों की संख्या बढ़ गई। सोलन के लक्कड़ बाजार, चौक बाजार और अप्पर बाजार में गिफ्ट आइटम्स की विविधता थी। नीलम चंदेल ने बताया कि उन्होंने पारंपरिक विधि से अपने भाई की पूजा की और उपहारों का
आदान-प्रदान किया।

वहीं, मनोज साहनी ने कहा कि एस मार्ट ने ग्राहकों के लिए कपड़ों और घरेलू सामान की एक विस्तृत श्रृंखला पेश की है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, भाई दूज के दिन यमराज ने अपनी बहन यमुनाजी के घर जाकर उनका स्वागत किया था। यमराज ने यमुनाजी को वचन दिया कि जो भाई इस दिन अपनी बहन के घर आएगा, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। इस प्रकार भाई दूज का पर्व हर साल मनाने की परंपरा शुरू हुई। पंडित मनोज शर्मा ने बताया कि भैयादूज का समय इस साल तीन नवंबर (रविवार) को निर्धारित किया गया है। इस दिन की द्वितीया तिथि रात 8:21 बजे से शुरू होगी और तीन नवंबर को रात 10:5 बजे समाप्त होगी। तिलक करने का शुभ मुहर्त 1:10 बजे से 3:22 बजे तक रहेगा, जो कुल मिलाकर दो घंटे और 12 मिनट का होगा उन्होंने कहा कि भैयादूज का पर्व भाई-बहन के रिश्ते की मिठास को मनाने का एक खास मौका है। इस दिन बहनें अपने भाइयों का तिलक करती हैं और उनकी आरती करके उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं, जो प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। इस दिन विशेष भोजन का आयोजन किया जाता है, जिसमें भाई अपनी बहन के हाथों से खाना खाते हैं, जो रिश्ते को और मजबूत बनाता है।
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