डायन बताकर एक परिवार के तीन लोगों की हत्या, शव जंगल में फेंका

पुलिस ने शनिवार को तीनों के शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.

Update: 2024-10-12 12:26 GMT
चाईबासा: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के टेबो थाना क्षेत्र में डायन बताकर एक परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई और उनके शव जंगल में फेंक दिए गए। पुलिस ने शनिवार को तीनों के शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मारे गए लोगों की पहचान 60 वर्षीय दुगुलू पूर्ति, उनकी पत्नी 50 वर्षीय सुकू होरो और 23 वर्षीय बेटी दसकिर पूर्ति के रूप में हुई है।
यह वारदात गुरुवार की रात को अंजाम दी गई थी, लेकिन देर से सूचना मिलने के कारण पुलिस शनिवार को यहां पहुंची। बताया गया कि टेबो थाना क्षेत्र की चंपवा पंचायत के सियांकेल गांव में रहने वाले इस परिवार के घर पर गांव के ही कई लोगों ने धावा बोला और धारदार हथियारों से उनकी हत्या कर दी। इसके पहले लगभग निर्वस्त्र कर उनकी लाठियों से पिटाई की गई। हत्या के बाद तीनों शवों के गले में रस्सी बांधकर लोग उन्हें घसीटते हुए चुरिंगकोचा जंगल ले गए।
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, गांव में कुछ दिन पहले पंचायत बैठी थी, जहां दुगुलू पूर्ति एवं उनकी पत्नी सुकू होरो पर डायन और जादू-टोना का आरोप लगाया गया था। पंचायत में उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।
कुछ ग्रामीणों ने शुक्रवार शाम को पुलिस को जंगल में शव पड़े होने की सूचना दी, लेकिन नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण पुलिस टीम शनिवार को यहां पहुंची। मारे गए दंपति को दो बेटियां बाहर रहती हैं। एक दिल्ली में रहकर काम करती है, जबकि दूसरी बेटी बंदगांव प्रखंड स्थित बिरसा आवासीय विद्यालय में रहकर पढ़ाई करती है। इन्हें घटना की सूचना दी गई है, लेकिन खौफ ऐसा है कि वे गांव नहीं पहुंची हैं। टेबो थाने के एक पुलिस अफसर ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। आरोपियों की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
झारखंड में डायन, जादू-टोना के अंधविश्वास में हर साल 30 से ज्यादा हत्याएं होती हैं। इस साल अब तक 15 से ज्यादा लोगों की हत्या की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। राज्य बनने के बाद 24 सालों में अब तक 1150 से भी ज्यादा डायन हत्या की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं।
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