राजस्थान में कानून के तहत भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों को अब होगी 7 साल की सजा
राजस्थान में कानून के तहत भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों पर सख्त, होगी 7 साल की सजा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं (Rajasthan Entry Exam) में गड़बड़ी करने वालों पर अब और भी सख्त हो गई है. गहलोत सरकार एक नया कानून लाने जा रही है. इस कानून के तहत भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी को गैर जमानती अपराध की श्रेणी में शामिल किया जाएगा . वहीं इस मामले में सजा को 3 साल से बढ़ाकर 7 साल कर दिया जाएगा. सरकार इस कानून के लिए जल्द ही अध्यादेश लेकर आएगी. गहलोत सरकार (Gehlot Government) यह कदम भर्ती एग्जाम में होने वाली गड़बड़ी को रोकने के लिए उठाने जा रही है.
सीएम अशोक गहलोत ने आज इस मामले में गृह विभाग की समीक्षा बैठक की. इस दौरान भर्ती प्रक्रिया से जुड़े अहम फैसले लिए गए. एग्जाम में अनुचित साधनों का प्रयोग भी अपराध की श्रेणी में आएगा. यह गैर जमानती अपराध (Paper Leak Non Bailable Offence) होगा. इसके साथ ही सीएम ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि फ्यूचर में होने वाली भर्ती परीक्षाओं में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही कहा गया है कि अगर कोई भी सरकारी कर्मचारी पेपर लीक या जमी कैंडिडेट बिठाने के मामले में दोषी पाया जाता है तो उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाए.
भर्ती एग्जाम गड़बड़ी मामले में सख्त कानून पर विचार
सीएम गहलोत का कहना है कि अगर कोई प्राइवेट एजुकेशन इंस्टीट्यूट पेपर लीक, नकल या इससे जुडे़ मामले में शामिल पाया जाता है तो उसकी मान्यता समाप्त कर दी जाएगी. दरअसल बेरोजगार महासंघ के नेता उपेन यादव इन सभी मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हैं. अब सरकार भी इस मामले में कानून को और सख्त बना रही है. बता दें कि राजस्थान REET पेपर लीक के मास्टरमाइंड बत्तीलाल मीणा और शिवा को SOG की टीम ने उत्तराखंड में केदरनाथ से गिरफ्तार किया था. जब बत्तीलाल मंदिर के दर्शन कर लौट रहा था, तभी उसे पकड़ लिया गया था.
REET पेपर लीक का मास्टरमाइंड हुआ था गिरफ्तार
जिसके बाद टीम पिछले सोमवार को उसे उत्तराखंड से जयपुर लेकर पहुंची थी. SOG की पूछताछ में उसने पेपर लीक प्रकरण से जुड़े तीन अन्य आरोपियों की भी जानकारी दी थी. जिसके बाद टीम ने इस मामले से जुड़े इन तीनों आरोपियों को आगरा से गिरफ्तार कर लिया. जांच में पता चला है कि इन तीनों ने ही बत्तीलाल को पेपर दिलाया था. एसओजी अब तक इस मामले में 19 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.